गोरखपुर (ब्यूरो)।वैसे तो रेगुलर स्टडी से स्टूडेंट्स ने एग्जाम की तैयारी पूरी कर ली है, लेकिन इसके बाद भी यदि कोई डाउट्स रह गए हैं तो स्कूलों ने अपने लेवल पर टीचर्स को तैयार किया है, जो एग्जाम्स के दौरान भी स्टूडेंट्स की हेल्प करेंगे। वहीं, सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स और पेरेंट्स के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इस हेल्पलाइन में काउंसलर स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स की एग्जाम से जुड़ी हर तरह की परेशानी को दूर करेंगे। एग्जाम से जुड़ी कोई भी जानकारी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर स्टूडेंट ले सकते हैं।

सब्जेक्ट स्पेशियालिस्ट करेंगे हेल्प

बोर्ड एग्जाम्स के दौरान किसी भी प्रॉब्लम से बचने के लिए स्कूलों में सब्जेक्ट स्पेशियालिस्ट बनाए हैं। स्टूडेंट्स अपने सब्जेक्ट से रिलेटेड प्रॉब्लम को उनसे शेयर कर सकते हैं। इसके बाद टीचर्स उनको पूरी तरह से गाइड करेंगे और उस प्रॉब्लम को दूर करने की कोशिश करेंगे। स्टूडेंट्स के स्टे्रस को दूर करने के लिए स्कूलों ने यह पहल की है। इससे घर बैठे उनको हर समस्या का समाधान मिल जाएगा और सब्जेक्ट की तैयारी भी हो जाएगी।

बोर्ड एग्जाम देने वाले स्टूडेंट (10वीं-12वीं)

बोर्ड स्टूडेंट

सीबीएसई 27,000

आईसीएसई 6000

यूपी बोर्ड 1,50,281

सीबीएसई स्कूल - 123

आईसीएसई स्कूल - 23

यूपी बोर्ड स्कूल - 489

वाट्सएप ग्रुप में दें जानकारी

सिटी से ज्यादातर स्कूलों में स्टूडेंट्स की हेल्प के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। इसमें उनके सभी टीचर्स भी जुड़े हैं। इस ग्रुप में वह अपने किसी भी डाउट को रख सकते हैं, जिसे टीचर्स जल्द से जल्द दूर करने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा वह पर्सनल कॉल भी कर सकते हैं।

बोर्ड एग्जाम में अगर स्टूडेंट को किसी भी तरह की समस्या आ रही है तो वह अपने टीचर्स से कॉन्टेक्ट कर सकते हैं। खास तौर से इंटर के वो स्टूडेंट्स जो दो साल बाद पहली बार बोर्ड एग्जाम देने जा रहे हैं वह बिल्कुल स्टे्रस फ्री होकर एग्जाम दें।

ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस

दो साल बाद पहली बार इंटर के स्टूडेंट्स बोर्ड एग्जाम देने जा रहे हैं। गैप की वजह से उनके अंदर आए डर और स्ट्रेस को दूर करने के लिए बोर्ड ने हेल्पलाइन शुरू की है। सब्जेक्ट से जुड़ी समस्या के लिए स्टूडेंट्स अपने टीचर्स से भी बात कर सकते हैं।

अजय शाही, प्रेसिडेंट, गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन

बोर्ड एग्जाम के दौरान टीचर्स हमेशा ही डाउट क्लियर करने के लिए अवेलबल हैं। स्टूडेंट्स अपनी किसी भी समस्या को लेकर कभी भी उनसे बात कर सकते हैं।

अमरीश चंद्रा, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, सेंट पॉल स्कूल