- गोरखपुर से लापता कंज्यूमर्स 15 हजार कंज्यूमर्स पर 1.81 करोड़ का बकाया

- पिछले साल ही बकाया वसूली के लिए दिए गया था एजेंसी को ठेका

GORAKHPUR: कनेक्शन लगवाया, धड़ल्ले से बिजली जलाई, फिर बिल जमा करने की बात आई तो गायब। पते पर तलाश हुई तो न तो उस नाम का व्यक्ति मिला और न ही वह ठिकाना, जहां बिजली का कनेक्शन लिया गया। अब विभाग उन्हें ढूंढ-ढूंढकर परेशान है, लेकिन अब तक एक कनेक्शन होल्डर का पता नहीं चल सका है। बकाएदारों से बिल रिकवरी के लिए निजी एजेंसी का सहारा भी लिया गया। उनके बाउंसर ने सिटी की खाक छानी, करीब 16 हजार लापता कंज्यूमर्स की तलाश की गई और उनके बाकी 1.81 करोड़ रुपए वसूल करने की कोशिश भी हुई, लेकिन एक पैसे की वूसली भी नहीं हो सकी।

एक साल पहले एजेंसी को ठेका

शहर के चारों डिवीजनों में 16 हजार कंज्यूमर्स ने मार्च 2017 के बाद बिजली बिल के मद में एक रुपए भी भुगतान नहीं किया। कनेक्शन का नंबर चलता रहा और उन्होंने इसे सरेंडर भी नहीं किया। अभियंताओं व संविदा कर्मचारियों की मिलीभगत से बिजली का इस्तेमाल करते रहे। जब बकाया बढ़ा, तो परिवार के दूसरे सदस्य के नाम से दूसरा कनेक्शन ले लिया गया। एक साल पहले बिलिंग एजेंसी शिवा इंटरप्राइजेज को इन्हें ढूंढने का टारगेट दिया गया। इसके बदले निगम ने चार परसेंट रकम एजेंसी को देने के लिए कॉन्ट्रैक्ट भी किया। एक साल तक एजेंसी ने खाक छानी, लेकिन किसी भी बकाएदार को नहीं ढूंढ सके। जब विभाग ने जांच की तो मौके पर दूसरे कनेक्शन से बिजली का इस्तेमाल पाया गया।

मिला वसूली का अल्टीमेटम

ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में बकाया व एरियर को देखकर कारपोरेशन के एमडी व चेयरमैन ने अफसरों ने वसूली हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। सूत्रों की मानें तो एजेंसी ने कुछ दिन तक शहर में भ्रमण कर लापता बकाएदारों की तलाश तेज हुई, लेकिन फिर मामला ठंड होने पर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। किसी तरह का पेमेंट न पाने की वजह से एजेंसी ने भी खोजने और रिकवरी का काम बंद कर दिया।

डिवीजन लापता कंज्यूमर कंज्यूमर्स पर बकाया

प्रथम 5437 48.58 लाख

सकेंड 5767 88.67 लाख

थर्ड 2269 19.24 लाख

फोर्थ 2579 24.63 लाख

नोट-- कुल लापता कंज्यूमर 16052, इन पर कुल बकाया रकम 1.81 करोड़ रुपए।

सिटी में करीब 16 हजार कंज्यूमर्स पर 1.81 करोड़ रुपए बकाया है। ये कंज्यूमर्स काफी समय से लापता है। इन्हें ढूंढने के लिए निजी एजेंसी को नामित किया गया था, लेकिन वह भी वसूली नहीं कर पाई। इनके कंज्यूमर्स पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इै। यूसी वर्मा, एसई शहर