गोरखपुर (ब्यूरो)। कुछ दुकानदारों ने विरोध किया, जिन्हें पुलिस ने सख्ती से शांत करा दिया। इस दौरान टीम ने अतिक्रमण करने वालों से 7000 रुपए जुर्माना भी वसूला गया। प्रवर्तन टीम प्रभारी सीपी सिंह के नेतृत्व में चले अभियान में सबसे पहले भगत चौराहे पर अतिक्रमण करने वाले फल कारोबारियों पर गाज गिरी। पटरी पर कब्जा करने वाले दुकानदारों के अस्थाई निर्माण को गिरा दिया गया। इसके बाद अलहदादपुर चौराहे पर सड़क तक कब्जा करने वालों को पीछे खदेड़ा गया। टीम ने एक निशान बना दिया। जिसके आगे नहीं आने की चेतावनी दी गई। नागंलिया अस्पताल के सामने भी अतिक्रमण को तोड़ा गया। सर्वाधिक पक्का निर्माण प्रेमचंद पार्क के पास तोड़ा गया। यहां डॉक्टरों ने सड़क की जमीन पर चबूतरा बना लिया था। जिसे प्रशासनिक टीम ने जेसीबी से तोड़ दिया। साथ ही डॉक्टरों को दोबारा अतिक्रमण नहीं करने की चेतावनी भी दी गई।
दर्जनों गुमटियों को ध्वस्त किया
ट्रांसपोर्ट चौराहे पर तमाम दुकानदारों ने सड़क पर भी टायर रखा हुआ था। जिसे लेकर टीम ने चेतावनी दी। दुकानदारों ने शाम तक खुद हटाने का अनुरोध किया। ठीक चौराहे के 50 मीटर दायरे में दर्जनों गुमटी और झोपडिय़ां थीं। जिसे जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान टीम ने दुकानदारों से 7 हजार रुपए जुर्माना भी वसूला। वहीं निगम की टीम द्वारा बेतियाहाता चौराहा, शास्त्री चौक, कचहरी चौराहा, गणेश चौराहा, गोलघर काली मंदिर होते हुए यातयात तिराहा तक पोल से होर्डिंग आदि को हटाया। प्रवर्तन टीम के प्रभारी सीपी सिंह ने बताया कि बेतियाहाता से ट्रांसपोर्टनगर तक अतिक्रमण मुक्त कर दिया गया है। जो भी दुकानदार दोबारा अतिक्रमण करेंगे उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इस दौरान सीओ श्याम बहादुर सिंह, कर अधीक्षक विपुल विक्रम राय, जेई विवेकानंद, ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी इंचार्ज अनूप कुमार मिश्रा, टीआई विनोद सिंह, हेड कांस्टेबल बृजेश कुमार, कांस्टेबल मुंद्रिका प्रसाद, आरआई राम सुचित, आरआई अमर श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।