गोरखपुर (ब्यूरो)। जिम्मेदारों की मानें तो चुनाव में बसें लगी हुई हैं, इसकी वजह से अभी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इसमें महाराजगंज, गोरखपुर और राप्तीनगर डिपो से निगम की 92 बसें व देवरिया की 113 बसें शामिल हैं। वहीं 200 से अधिक अनुबंधित बसों को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है।

लोकल रूट से बसें गायब

बसों का शॉर्टेज का सबसे ज्यादा असर लोकल रूट्स पर देखने को मिल रहा है। देवरिया, कुशीनगर, सहजनवां, खलीलाबाद और बस्ती के साथ महराजगंज आदि रूट्स पर जाने के लिए पैसेंजर्स को बसें नहीं मिल पा रही हैं। जो लंबी दूरी की बसें हैं, वह भी पहले दूर-दराज के पैसेंजर्स को प्रिफरेंस दे रही हैं। लोकल रूट के पैसेंजर्स को खड़े होकर या काफी मुश्किल से सफर पूरा करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि कम से कम लोकल रूट के लिए जिम्मेदारों को कोई इंतजाम करने चाहिए, जिससे कि पैसेंजर्स को मुसीबतों का सामना न करना पड़े।

बेड़े में 750 बसें हैं

गोरखपुर रीजन में रोडवेज के बेड़े में लगभग 750 बसें हैं। इसमें आधे से अधिक बसें चुनाव ड्यूटी में लगने से पैसेंजर्स को परेशानियों का सामना करना ही पड़ेगा। रोडवेज प्रबंधन से जुड़े जिम्मेदारों का कहना है कि लोकल रूटों पर लंबी दूरी की बसों को लगाया जाएगा। इससे पैसेंजर्स को थोड़ी कम परेशानी होगी। बुधवार को ये बसों मतदान कर्मियों को लेकर मतदान स्थलों के लिए रवाना होंगी। ऐसे में ये परेशानी पैसेंजर्स को तीन दिनों तक झेलनी पड़ेगी। उम्मीद है कि चार मार्च की शाम तक बसें वापस आने के बाद पैसेंजर्स को राहत मिल सकती है।

रेलवे बस स्टेशन पर बसों की किल्लत हैं। लॉग रूट तो दूर की बात है लोकल रूटों पर भी बसें नहीं मिल पा रही है। बसों के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है।

सुनील शुक्ला, शिवपुर शहबाजगंज

रेलवे स्टेशन पर लखनऊ के लिए बस पकडऩे के लिए पहुंचा। काफी देर तक बस का वेट करना पड़ा। इसके बाद एक अनुबंधित बस मिली। उसकी भी कंडीशन ठीक नहीं थी। लेकिन मजबूरी जाना था।

रवि यादव, नौसड़

लगभग 400 बसें चुनाव ड्यूटी में लगी हैं। ये बसें बुधवार का रवाना हो जाएंगी। पैसेंजर्स को कोई परेशानी न हो इसके लिए लोकल रूटों पर लंबी दूरी की बसें लगाई जाएंगी। साथ ही बसों के फेरे भी बढ़ाए जाएंगे।

- एके मिश्रा, एआरएम गोरखपुर डिपो