GORAKHPUR: कोरोना एपिडेमिक को लेकर हुए लॉकडाउन-2 में जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए अवेयरनेस कैंपेन से लेकर दंड बैठक तक कराए जाए रहे हैं। वहीं पूर्वाचल की सबसे बड़ी दवा मंडी भालोटिया में दवा कारोबारी पैसा कमाने की होड़ में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही भूल जा रहे हैं। गोरखपुर समेत, सोनौली बार्डर, बिहार के सिवान, बलिया, आजमगढ़, बस्ती, महाराजगंज आदि जिले से हजारों की संख्या में फुटकर दवा व्यापारियों की भीड़ जुट रही है, जो जाने अनजाने में कोरोना कैरियर का काम कर रहे हैं। ड्रग्स इंस्पेक्टर की कार्रवाई और चेतावनी के बाद भी दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन नहीं कर रहे हैं। हांलाकि भीड़ को देखते हुए कचहरी क्लब के मैदान में पार्किंग की व्यवस्था कराई गई है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम मंगलवार को जब भालोटिया मार्केट पहुंची तो वहां भारी भीड़ मौजूद थी। लेकिन कुछ देर बाद ही सहायक आयुक्त औषधि राजेश श्रीवास्तव व ड्रग्स इंस्पेक्टर जय सिंह भी पहुंच गए। उसके बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वाले दुकानदारों के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन लिया गया।

तीन थोक दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई

ड्रग्स इंस्पेक्टर जय सिंह ने इस्ट यूपी के सबसे बड़े दवा मार्केट में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान जहां फुटकर दवा कारोबारी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाते पाए गए। वहीं गोरखपुर मंडल के सहायक आयुक्त औषधि राजेश श्रीवास्तव व ड्रग्स इंस्पेक्टर जय सिंह ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। इस दौरान थोक दवा व्यापारी एसके फार्मा, जीएम काम्प्लेक्स स्थित बजरंग फार्मा एवं पशुपति दवा बाजार स्थित राधे मेडिकल एजेंसी के संचालक सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाने पर औषधि व प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के तहत अग्रिम आदेश तक दुकानें बंद रखने का आदेश दिया। इसके पूर्व दुकान खोलते हुए पाए जाने पर उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ड्रग्स इंस्पेक्टर ने अन्य दुकानदारों को भी चेतावनी दिया है कि दुकानों पर भीड़ होने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

फैक्ट फीगर

कुल थोक दुकानों की संख्या - 1900

कुल फुटकर दुकानों की संख्या - 2600

प्रति दिन होने वाली बिक्री - पहले 4 करोड़ और अब 2 करोड़

इन जगहों से आते हैं फुटकर दुकानदार - सोनोली बार्डर, ठूठीबारी, महाराजगंज, सिवान, बलिया, नौतनवां, बस्ती, सिद्धार्थनगर, फरेंदा, संतकबीर नगर, आजगमगढ़, मऊ, जौनपुर, देवरिया, कुशीनगर, गोपालगंज आदि

क्या करना है लॉकडाउन में

- दुकान के बाहर रस्सी बांधकर एक मीटर की दुरी बनाई रखनी है।

- कोई भी फुटकर व्यापारी आए तो उसके हाथों में सैनिटाइज करना है।

- मास्क व ग्लब्स के इस्तेमाल के बाद ही दुकानदार को दवा देना है।

- दवा की दुकान पर अनावश्यक भीड़ नहीं लगाना है।

-जिसका नंबर आएगा। वहीं कारोबारी थोक की दुकान पर आएगा।

वर्जन

लॉकडाउन में बिक्री कम हो गई है। बहुत दूर-दूर से फुटकर दवा विक्रेता आ रहे हैं। चूंकि मार्केट कई सिटी के बंद हैं। ऐसे में गोरखपुर का ही मार्केट खुला है तो भीड़ भी बढ़ गई है। लेकिन इसी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। दुकान के बाहर रस्सी बंधवाई गई है। दुकान भाईयों से अपील भी किया जाता है की वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

योगेंद्र नाथ दुबे, अध्यक्ष, दवा विक्रेता समिति, गोरखपुर

वर्जन।

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मंगलवार को तीन दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यह आगे भी जारी रहेगा।

जय सिंह, ड्रग्स इंस्पेक्टर