- शहर में बढ़ रही बीमारी, ठंड को लेकर लापरवाही पड़ रही लोगों की सेहत पर भारी
GORAKHPUR: बढ़ती ठंड के बीच कोल्ड डायरिया का कहर भी जिलेटूटने लगा है। जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, संक्रमण अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों में कोल्ड डायरिया से ग्रसित लोग आए दिन पहुंच रहे हैं। हाल ये कि पिछले एक माह में सिर्फ शहर के विभिन्न एरियाज से ही 57 लोग कोल्ड डायरिया से ग्रसित हो अस्पताल पहुंच चुके हैं।
क्या है कोल्ड डायरिया?
इन दिनों बढ़ती ठंड के बीच बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक को कोल्ड डायरिया ने अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। आमतौर पर गर्मी के दिनों में होने वाले डायरिया जैसे ही इसके भी लक्षण होते हैं। इन दिनों भी ठंड में बढ़े बैक्टीरियल इंफेक्शन और खान-पान की लापरवाही के चलते शहर में कोल्ड डायरिया के काफी केसेज देखने मिल रहे हैं। जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज व निजी अस्पतालों में कोल्ड डायरिया से ग्रसित मरीज आए दिन भर्ती किए जा रहे हैं। अगर केवल संक्रमण अस्पताल की बात की जाए तो बीते एक दिसंबर से पांच जनवरी तक शहर के विभिन्न एरियाज से 57 मरीज भर्ती किए गए। सबसे ज्यादा मरीज लाल डिग्गी, जटेपुर, खूनीपुर, तुर्कमानपुर, चौरइया गोला, जाफरा बाजार, बसंतपुर, बहरामपुर, असकरगंज, रसूलपुर, मियां बाजार, मेवातीपुर, घोष कंपनी, काशीराम आवासीय योजना तारामंडल से पहुंचे हैं।
बच्चों पर रखें विशेष ध्यान
विशेषज्ञों की मानें तो बच्चों में दस्त अधिक होने पर शरीर में पानी की कमी हो सकती है। बच्चे अपनी समस्या के बारे में ठीक से बता भी नहीं पाते। कोल्ड डायरिया में समय पर इलाज न मिलने के कारण तो मौत भी हो सकती है।
झोलाछाप से न कराएं इलाज
कोल्ड डायरिया के ज्यादातर मरीज हालत खराब होने के बाद अस्पताल पहुंचते हैं। लेकिन अक्सर ऐसे केसेज में पहले लोग झोलाझाप के सहारे या फिर खुद दवा लेकर अपना इलाज करने की कोशिश करते हैं। इससे मामला और अधिक बिगड़ जाता है। कोल्ड डायरिया को हल्के मे नहीं लेना चाहिए।
कारण
- बासी भोजन तथा बाहर के खाने से भी हो सकता है।
- ठंड के मौसम में कम पानी पीने से।
- बैक्टीरियल इंफेक्शन भी हो सकता है कारण।
- ठंड के मौसम में ऊनी कपड़े पहनने में लापरवाही।
बचाव
- अच्छी तरह ऊनी कपड़े पहनें।
- शरीर में पानी की कमी न होने दें।
- ठंडा पानी ना पीएं।
- हल्का गुनगुना पानी पिएं। बासी चीजें खाने से बचें।
- सर्दी-जुकाम या बुखार होने पर हैवी डोज की दवाइयां न लें।
बढ़ रहे कोल्ड डायरिया के मरीज
जिला अस्पताल - 70
संक्रमण अस्पताल - 55
मेडिकल कॉलेज - 78
निजी अस्पताल - 100
नोट- ये दिसंबर 2017 से लेकर पांच जनवरी तक का आंकड़ा है।
वर्जन
ठंड के मौसम में असावधानी की वजह से लोग ठंड की चपेट में आ जाते हैं। जिससे बचने की जरूरत है। यदि कोल्ड डायरिया से ग्रसित हैं तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही दवा का सेवन करें।
- डॉ। राजकिशोर सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, बीआरडी