गोरखपुर (ब्यूरो)।वहीं बोर्ड इस बार भी छोटे-छोटे बैच यानी एक शिफ्ट में 20 बच्चों के प्रैक्टिकल ऑर्गनाइज कराएगा। कोरोना काल के बाद से यह नया नियम बनाया गया था।

पहले दो शिफ्ट में होता था एग्जाम

आरपीएम एकेडमी के डायरेक्टर अजय शाही ने बताया कि कोरोना काल में ये व्यवस्था बनाई गई थी। इससे पहले दो शिफ्ट में एग्जाम हो जाते थे। जब ये नियम बना तो कई शिफ्ट में प्रैक्टिकल एग्जाम कराए जाते हैं। इस बार भी यही नियम लागू रहेगा। अब न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार साल 2023 में नियमों में बदलाव होगा।

सहोदय की कार्यशाला में बताया पढ़ाने का गुर

सहोदय स्कूल्स एसोसिएशन व भारती भवन प्रकाशक के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को सरोवर पोर्टिको में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें सीबीएसई स्कूलों के टीचर्स ने बच्चों को रोचक तरीके से अंग्रेजी पढ़ाने के गुर सीखें। इंग्लिश लैंग्वेज टीचिंग विषय पर आयोजित कार्यशाला में जिले के 50 से अधिक सीबीएसई स्कूलों के 107 टीचर्स ने पार्टिसिपेट किया।

लगातार होंगे ऐसी कार्यशाला

एसोसिएशन के सचिव सुजाय विश्वास ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में टीचर्स के ट्रेनिंग पर विशेष जोर दिया गया है। इसी क्रम में आने वाले दिनों में भी एसोसिएशन की तरफ से लगातार ऐसी कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। जिससे टीचर ट्रेंड होकर बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन कर सकें।

तीन सेशन में हुई कार्यशाला

तीन सेशन में हुई कार्यशाला में अंग्रेजी भाषा को पढ़ाने में आने वाली चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। इससे निपटने के लिए एक गतिविधि आधारित सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें प्रशिक्षक अंबर बनर्जी ने भाषाई अनुभव के बारे में जानकारी देने के साथ ही यह कैसे हो सकता है इसे रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। इस दौरान आभार ज्ञापन राजकुमार श्रीवास्तव ने किया। कार्यशाला की रूपरेखा डॉ। सलिल के.श्रीवास्तव, सत्यवान मिश्रा, गौरव सिंह तथा अभिषेक पाठक ने किया।