गोरखपुर (ब्यूरो)।दीपू पर अगस्त 2022 में नगर निगम के तत्कालीन नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने जालसाजी व गबन का केस दर्ज कराया था। तभी से वह फरार चल रहा था।
उपस्थिति दिखाकर लिया पैसा
जानकारी के अनुसार पिपराइच के लखेसरा निवासी दीपू यादव डूडा यानी शहरी आजीविका केंद्र के तहत उस समय के वार्ड नंबर 5 महादेव झारखंडी टुकड़ा नगर दो में सफाईकर्मी था। अन्य कर्मचारी जो अनुपस्थित होते थे, वह कूटरचित मास्टर रोल बनाकर उन्हें उपस्थित दिखा देता और मानदेय अपने खाते में ले लेता। उसने आजाद सफाईकर्मी के 23 दिन, सदरुन निशा का 25 दिन का उपस्थित दिखा पैसा लिया। जबकि दोनों अनुपस्थित थे। इसी प्रकार दीपू ने कयामुद्दीन का आधार कार्ड लगाकर 4 साल की सैलरी ली। जबकि कयामुद्दीन 6 माह मुंबई में प्लंबरिंग करता रहा। उक्त बात तत्कालीन नगर आयुक्त की जांच में सामने आई थी। जांच व अन्य लोगों के बयान के बाद 2 अगस्त 2022 को तत्कालीन नगर आयुक्त अनिवाश सिंह ने केस दर्ज कराया था। तभी से दीपू फरार था। उसपर 15 हजार का इनाम था। शुक्रवार को कोतवाली पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया।