- सर्किट हाउस में मीटिंग के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिम्मेदारों को दिए निर्देश

- घर-घर जांच कराने के निर्देश, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर ढूंढे केस

होम आइसोलेशन में 5 कैटेगरी के लोग जैसे गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे तथा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज को अनुमति न दी जाए। डोर टू डोर सर्वे कराकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्वाइंट आउट करते हुए रोजाना कम से कम 4000 कोरोना टेस्टिंग की जाए। जिन क्षेत्रों में ज्यादा कोरोना मरीजों की संख्या मिल रही वहां घर-घर जांच कराई जाए और अधिक से अधिक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी सुनिश्चित हो। यह निर्देश सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए। वह सर्किट हाउस में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव, सड़कों के निर्माण, स्वच्छता व सेनेटाइजेशन के संबंध में बैठक कर रहे थे। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड टेस्टिंग बढ़ाई जाए और बेड्स की संख्या में वृद्धि करते हुए कोरोना से बचाव की दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने के साथ ही जन जागरुकता लाई जाए।

50 बेड की सुविधा शीघ्र शुरू करें

उन्होंने निर्देशित किया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल संस्थान में कोविड अस्पताल जल्द से जल्द तैयार किया जाए। वहीं पुरानी सुपर स्पेशियालिटी बिल्डिंग में ऑक्सीजन प्लांट एक्टिवेट कराकर 50 और बेडों की सुविधा शीघ्र शुरू कर दी जाए। सीएम ने निर्देश दिए कि इंटीग्रेटेड कन्ट्रोलरूम से होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित मरीजों के नियमित रूप से निगरानी करें और रोजाना दो बार मरीज को फोन कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाए। यदि किसी भी व्यक्ति में गंभीर लक्षण दिखाई दे तो उसे तत्काल कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्राइवेट चिकित्सालय में इलाज के लिए शासन द्वारा निर्धारित दर से ज्यादा शुल्क न लिया जाए और अगर इसका उल्लंघन पाया जाता है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाए। कहा कि बाजार निर्धारित समयानुसार खुले व बन्द हो, आम जन में दो गज की दूरी, मास्क लगाने आदि का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए।