- सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया पिपराइच और मुंडेरवा चीनी मिल के सल्फरलेस प्लांट का इनॉगरेशन

- होटल, हॉस्पिटल्स और दवा कंपनियों के साथ अन्य संस्थाओं को भेजी जाएगी चीनी

GORAKHPUR: देश-दुनिया के लोग अब गोरखपुर में बनी चीनी का इस्तेमाल करेंगे। सल्फरेलस चीनी के उत्पादन के लिए प्लांट लगाया गया है, जिसका इनॉगरेशन सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को किया। पिपराइच चीनी मिल और मुण्डेरवा चीनी मिल में सल्फरलेस प्लांट के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे सीएम ने कहा कि यह प्रदेश का पहला सल्फरलेस प्लांट है, जहां रिफाइन शूगर बनेगी। यह दुनिया के बड़े-बड़े होटलों, चिकित्सालयों व दवाई कंपनियों के साथ ही अन्य संस्थाओं में भेजी जाएगी। इससे जहां दुनिया भर में गोरखपुर और बस्ती का नाम होगा, वहीं पिपराइच क्षेत्र, कुशीनगर जनपद के साथ ही पूर्वी यूपी और बस्ती संतकबीरनगर सिद्धार्थनगर जनपद के किसान के द्वारा उत्पादन करने वाला गन्ना, चीनी के माध्यम अब देश और दुनिया में भी एक नई पहचान बनाएगा।

45-45 लाख कुंतल गन्ने की पेराई

मुख्यमंत्री ने कहा कि ईस्टर्न यूपी का हर एक कस्बा किसी न किसी चीनी मिल पर आधारित है, यहां किसानों की आजीविका, नौजवानों का रोजगार और नौकरी तथा व्यापारियों के व्यापार का माध्यम यह चीनी मिले थी। एक वर्ष में पुरानी चीनी मिलों में 12 लाख कुंतल गन्ने की पेराई होती थी, अब पिपराइच व मुंडेरवा दोनों चीनी मिलों में एक वर्ष में 45-45 लाख कुंतल गन्ने की पेराई हो रही है। इसके साथ ही किसानों को उनके गन्ने के मूल्य का भुगतान समय से हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल खंड में हमारे सामने चुनौती थी की चीनी मिले कैसी चलेंगी, लेकिन प्रदेश की 119 चीनी मिले संचालित की और 119 चीनी मिलों को संचालन करने साथ-साथ अब यूपी में एक लाख 12 हजार करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का रिकार्ड भुगतान किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाने, चेहरे पर खुशहाली लाने के लिए यूपी शासन का और भारत सरकार एक अभियान है।

6 साल में हुई 65 साल से ज्यादा काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास में यहां के किसानों की बड़ी भूमिका है और किसान भाइयों के लिए पिछले 6़ वर्षो के अन्दर प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में वृहद और व्यापक कार्यक्रम चले है, उसे देखते हुए आज आवश्यकता है कि सही तथ्य किसान बंधुओं के सामने पहुंचना ही चाहिए। आजादी के बाद 60-65 वर्ष के दौरान किसान के हित में जितना काम नहीं हुआ है, उतना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मात्र 6 वर्ष के दौरान हुआ है। कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत दो करोड़ 20 लाख से अधिक किसानों को लगभग 4 करोड़ 43 लाख रुपए उनके खातों में सीधे भेजा गया हैं। उन्होंने कहा कि सबको षडयन्त्र के प्रति सचेत व जागरुक रहना होगा, आज गांव-गांव में सड़के बन रही है तथा विकास का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। उन्हाेंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार विकास के साथ साथ लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करा रही है। आज ही 3209 नलकूप ऑपरेटरों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है।

ज्यादा से ज्यादा मिले रोजगार

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज बन रहे है, गोरखपुर में एम्स का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि कोरोना में सबसे बड़ा प्रदेश होने के बाद भी प्रदेश सरकार, प्रशासन, जन प्रतिनिधि ने टीम भावना के रूप में कार्य कर मृत्यु दर को कम किया, जिससे कोरोना से बचाव के कार्य को डब्लूएचओ द्वारा भी सराहा गया। उन्होंने कहा कि यह कार्य प्रदेश की जनता को बचाने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए प्रदेश की जनता एक परिवार है, जिसे सुरक्षा देने के लिए काम किया गया है। सीएम ने कहा कि चीनी मिल चलाने के साथ साथ यहां पर डिस्टलरी प्लान्ट को आगे बढ़ाने के साथ-साथ युवाओं को स्वत: रोजगार से जोड़ने के लिए गन्ने के जूस व अच्छे गुड़ के निर्माण व पैकेजिंग आदि के लिए ट्रेनिंग दी जाए, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल कसे। इस अवसर पर सांसद रविकिशन व विधायक पिपराइच महेन्द्रपाल सिंह ने भी लोगों को सम्बोधित किया। इस कार्यक्रम में जन प्रतिनिधियों के साथ अधिकारी व किसान मौजूद रहे।