- 2 महिला डॉक्टर्स और 4 कर्मचारियों का कटा वेतन

- सीएमओ को अस्पताल में देख भौंचक रह गए डॉक्टर्स, कर्मचारी

PIPRAICH: पिपराइच सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सुबह 9.45 बजे जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ। रवींद्र कुमार श्रीवास्तव व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ। नंद कुमार मौजूद थे। बार-बार की हिदायत के बाद भी नहीं सुधरने वाले डॉक्टर्स व कर्मचारी लेट से पहुंचे तो उपस्थिति पंजिका रूम में सीएमओ और एसीएमओ को देखकर भौंचक रह गए। सीएमओ ने 2 महिला डॉक्टर्स व 4 कर्मचारियों को अनुपस्थित कर वेतन काटने का निर्देश प्रभारी अधीक्षक को दिया। वहीं देर से पहुंची दो महिला स्वास्थ्य कर्मी, लैब टेक्निशियन शिल्पा पांडेय व एड्स काउंसलर मनीषा राव को अनुपस्थित कर दिया। अभी हाल ही में सीएमओ के निरीक्षण में डॉक्टर व कर्मचारियों के अब्सेंट पाए जाने पर वेतन काटा गया था।

सफाई पर मिली शाबाशी

अधिकारियों ने डॉक्टर्स व कर्मचारियों को देर से अस्पताल पहुंचने और ड्यूटी से गायब रहने पर वेतन काटने का निर्देश दिया तो व्यवस्था में सुधार होने पर सराहा भी। सीएमओ ने ओटी और और इंसेफेलाइटिस वार्ड की साफ-सफाई की सराहना की। अन्य वार्डो और अस्पताल परिसर में साफ-सफाई पर प्रभारी अधीक्षक डॉ। मुकेश रस्तोगी को शाबाशी दी।

दिए कई निर्देश

सीएमओ ने अस्पताल के ओपीडी में मौजूद मरीजों के हाथ से पर्ची लेकर दवाएं देखीं। उन्होंने सभी डॉक्टर्स को बाहर की दवा न लिखने की सख्त हिदायत दी। पैथालाजी विभाग में जांच की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कैलोरोमीटर मशीन तत्काल लगाने के लिये अधीक्षक को कहा। एक्स-रे मशीन बंद पाये जाने पर तत्काल टेक्निशियन बुलाकर ठीक करने को कहा।

तीसरी बार डॉक्टर अब्सेंट

स्वास्थ्य केन्द्र पर महिलाओं के बेहतर इलाज के लिए संविदा पर दो महिला चिकित्सक की तैनाती की गयी है। लेकिन एक महिला डॉक्टर विनीता मोदी अक्सर गायब रहती हैं। शुक्रवार को अधिकारियों ने तीसरी बार केन्द्र की जांच की और इस बार भी वह गायब मिलीं। वहीं दूसरी डॉक्टर रेनू श्रीवास्तव भी गायब रहीं। इस लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए सीएमओ ने एक दिन का वेतन काटने के निर्देश प्रभारी अधीक्षक को दिया।

पहले से थी जानकारी

प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर्स अस्पताल में मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों के आने की खबर पहले ही मिल गई थी। अक्सर गायब रहने वाले डॉक्टर्स व कर्मचारियों को इसकी जानकारी नहीं हो पाई और वे आदत के अनुसार शुक्रवार को भी देर से पहुंचे। इससे उन्हें एक दिन का वेतन गवाना पड़ा।

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पटरी पर लौटने लगी पिपराइच सीएचसी की व्यवस्था

PIPRAICH: जिले के दूसरे बड़े अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केद्र पिपराइच की खराब व्यवस्था बहुत हद तक सुधर गई है। अधिकारियों की लगातार जांच का असर अस्पताल में दिखने लगा है। शुक्रवार को अधिकारियों के आने पर सबकुछ दुरुस्त नजर आया। सिस्टमेटिक ढंग से मरीजों की कतार लगी। उन्हें देखा गया। दवाएं लिखी गई। दवाएं मिलीं और जांच भी हुई। इससे मरीज, तीमारदार सभी खुश नजर आए।

काश, रोज आते अधिकारी

शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की पूरी व्यवस्था बदली-बदली नजर आई। मरीज, तिमारदार बोल ही पड़े कि काश रोज अधिकारी आते। सबको पता है कि अधिकारी के जाते ही अगले दिन फिर व्यवस्था वैसी ही हो जाएगी इसलिए तिमारदार अधिकारी का रोज आना चाह रहे। वहीं केन्द्र के कर्मचारियों और डॉक्टर्स में चर्चा रही कि बार-बार सीएमओ यहीं क्यों चले आ रहे हैं। जिले में कोई और अस्पताल नहीं है क्या? सीएमओ के बार-बार के निरीक्षण से जहां मरीज, तिमारदारों में खुशी है वहीं कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति रही।