- पांच अगस्त को जंतर मंतर से संसद भवन तक करेंगे पदयात्रा

BADHALGANJ: अखिल भारतीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक महासंघ के आह्वान पर गुरुवार को नेशनल पीजी कालेज में शिक्षकों की बैठक हुई। जिसमें शिक्षकों ने वेतन, प्रोन्नति सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर नौ सूत्रीय मांगों को पूरा कराने का आह्वान किया। साथ ही यह भी कहाकि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वे लोग वृहद आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

बैठक को संबोधित करते हुए गुआक्टा महामंत्री डा.एसएन शर्मा ने कहाकि सातवां वेतन पुनरीक्षण समिति की आख्या जारी होना जरूरी है। वहीं प्रोन्नति में बाधक एपीआई को पूर्ण रूप से सरकार समाप्त करे। उन्होंने कहाकि सभी वर्ग के शिक्षकों के साथ लाइब्रेरियन एकेडमिक एवं प्रशासनिक स्टाफ को भी यूजीसी का वेतनमान दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि नौ सूत्रीय मांगों को लेकर संघ द्वारा आगामी पांच अगस्त को जंतर मंतर से संसद भवन तक पदयात्रा निकाली जाएगी। बैठक को संबोधित करते हुए डा.आरसी राय व डा.संतराम वर्मा ने कहाकि हमें संगठित होकर सरकार से अपनी मांगे मनवानी होगी।

इस अवसर पर डा.आरएन पांडेय, डा.राकेश पांडेय, डा.परितोष त्रिपाठी, डा.जेपी मिश्रा, डा.महेश तिवारी, डा.राम सहाय चौबे, डा.सुधीर शुक्ला, डा.जय गोपाल पांडेय, डा.रामेश्वर पांडेय आदि उपस्थित थे।

ये हैं नौ सूत्रीय मांगें-

1- सातवें वेतन पुनरीक्षण समिति की आख्या जारी हो।

2- प्रोन्नति में बाधक एपीआई को पूर्ण रुप से समाप्त किया जाय।

3- यूजीसी रेगुलेशन 2010 का तीसरा संशोधन तुरंत वापस लिया जाय।

4- सीवीसीएस एवं सीयू विधेयक 2013 को तुरंत समाप्त किया जाय।

5- रिफ्रेशर कोर्स व ओरियंटेशन कोर्स को 2016 तक बढाया जाय।

6- सभी वर्ग के शिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों, लाइब्रेरियन, एकेडमिक एवं प्रशासनिक स्टाफ को यूजीसी वेतनमान लागू किया जाय।

7- उच्च शिक्षा मे बजट की कतौटी एवं उच्च शिक्षा का बाजारीकरण बंद हो।

8- पेंशन स्कीम 2004 को तुरंत बंद कर सभी शिक्षकों को पेंशन की व्यवस्था लागू हो।

9- शिक्षा नीति तैयार करते समय शिक्षक संगठनों से भी परामर्श किया जाय।