गोरखपुर (ब्यूरो)।इसमें वीसी ने कहा कि सेल्फ फाइनेंस प्रोग्राम समय की मांग है, ये भविष्य में यूनिवर्सिटी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं। इन सभी कोर्सेज को एक साझा अध्यादेश से संचालित किया जाएगा। वीसी ने कहा कि एनईपी के अनुरूप सभी प्रोग्राम में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री प्रदान करने की व्यवस्था करनी होगी। इसके लिए कॉमन क्रेडिट ऑवर की व्यवस्था बनानी होगी जिससे 6 महीने में सर्टिफिकेट, 1 साल में डिप्लोमा, 3 साल में यूजी और 2 साल में पीजी की डिग्री स्टूडेंट्स को प्रदान की जा सके।
कोऑर्डिनेटर से मांगा जाएगा जवाब
वीसी ने सभी कोर्सेज में प्रगति की समीक्षा करते हुए आदेशित किया कि सेल्फ फाइनेंस कार्यक्रमों के सुचारू संचालन की जिम्मेदारी कोऑर्डिनेटर की है। अगर किसी प्रोग्राम में स्टूडेंट्स ने एडमिशन नहीं लिया तो उसके कोऑर्डिनेटर से जबाब मांगा जाएगा। विभिन्न प्रोग्राम्स के सुचारू संचालन के लिए कोऑर्डिनेटर की ओर से टीचर्स और अन्य संसाधनों की मांग पर भी स्वीकृति प्रदान की गई। इस अवसर पर सेल्फ फाइनेंस डायरेक्टर प्रो। विनय सिंह, रजिस्ट्रार विशेश्वर प्रसाद, फाइनेंस ऑफिसर संत प्रकाश सिंह, डीएसडब्ल्यू प्रो। अजय सिंह, डीन आट्र्स प्रो। नंदिता सिंह, चीफ प्रॉक्टर प्रो। गोपाल प्रसाद समेत सभी प्रोग्राम्स के कोऑर्डिनेटर मौजूद रहे।