-कोरोना काल ने बदल दिया कारोबार, लेकिन हालात सुधरने के आसार

<-कोरोना काल ने बदल दिया कारोबार, लेकिन हालात सुधरने के आसार

GORAKHPUR: GORAKHPUR: कोरोना काल में हर किसी का बिजनेस प्रभावित हुआ है। जबकि कुछ लोगों को आजीविका के लिए वैकल्पिक व्यवसाय अपनाने पड़े हैं। शादी का मंडप सजाने वाले डेकोरेटर्स ने भी अपने कारोबार को को बदलना पड़ा है। आíथक तंगी से जूझ रहे दुल्हा और दुल्हन के मंडप और स्टेज सजाने वाले डेकोरेटर्स ने सब्जी बेचने का काम शुरू कर दिया है। हालांकि उन्होंने आगामी दिनों में डेकोरेशन के कारोबार को फिर से शुरू करने के लिए जद्दोजहद शुरू कर दिया है। वहीं, कुछ डेकोरेटर्स ने ऑर्डर भी लेना शुरू कर दिया है।

सब्जी का ठेला लगाकर कर रहे जीवन यापन

बता दें, कोरोना काल में हुए लॉक डाउन के दौरान धंधा चौपट होने के कारण गोरखपुर में टेंट, डेकोरेशन, मैरेज गार्डन, फोटोग्राफर, डीजे साउंड, फ्लावर, घोड़ा बग्गी, हलवाई, कैटरर्स परेशान हैं। इन सभी ने सरकार से मांग की है कि उनके जीवोपार्जन के लिए कोई रास्ता निकाला जाय। फूल के कारोबारी दुर्गेश बताते हैं कि इसी से उनके घर का खर्च चलता था। लेकिन कोरोना काल में घर की आíथक स्थिति को सुधारने के लिए उन्होंने सब्जी का ठेला लगाना शुरू कर दिया। लेकिन अब उम्मीद है कि वे अपने कारोबार में फिर से लौट सकेंगे। इसके लिए उन्होंने ऑर्डर भी लेना शुरू कर दिया है। वहीं मंडप व मैरेज हाल के डेकोरेशन करने वाले शानू बताते हैं कि कोरोना काल में उनका बिजनेस पूरी तरह से चौपट हो गया। लाखों रुपए जमा पूंजी खा गए। लेकिन आगे नवंबर में उनके कारोबार बेहतर होने की उम्मीद नजर आ रही है।

चौपट हुआ व्यापार, हम सब हुए बेरोजगार

शानू बताते हैं कि लॉकडाउन के दौरान शादियों पर लगाई गई पाबंदियों के कारण इससे जुड़े व्यापारियों को खासा नुकसान हुआ है। कोविड-क्9 के कारण हुए लॉकडाउन में उनका व्यापार चौपट हो गया। जिससे कि बिजली का बिल, दुकान का किराया, कर्मचारियों की तनख्वाह, टैक्स, लोन की किश्त आदि चुकाने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई व्यापारियों के सामने तो जीवन यापन का संकट आ गया है। बैंकों से कर्ज लेकर कई व्यापारी अपना व्यवसाय कर रहे थे। लेकिन कोरोना काल में एक पैसे की भी कमाई नहीं हुई है। जिससे व्यापारियों पर बड़ा आíथक संकट मंडरा रहा है। इस व्यवसाय से जुड़े व्यापारी काफी परेशान हैं।

फैक्ट फीगर

गोरखपुर में फूलों के कारोबारियों की संख्या - क्ख्फ्0

एक मैरिज सीजन में फूलों का कारोबार - ब्.भ् करोड़

डेकोरेशन के कारोबार से होने वाले नुकसान - फ्.ख् करोड़

इन जगहों से आते आईटम्मस

वाराणसी, कोलकाता, पंजाब, नासिक, कानपुर, दिल्ली