गोरखपुर (ब्यूरो)।सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों ने प्रदर्शन कर डीएम ऑफिस को पूरी तरह से घेर लिया। वहीं डीएम के दफ्तर में न मिलने पर वह काफी नाराज दिखे। प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने बुझाने पर वह वापस हुए।

मांगे न मानी तो उग्र आंदोलन

किसानों की मांग है कि अधिग्रहित जमीन जिसकी बाजार कीमत 1500 से 2000 वर्ग फुट है। जबकि उसका मुआवजा 200 से 300 प्रति वर्ग फुट के हिसाब से दिया जा रहा है। जिससे हम 26 गांव के किसान संतुष्ट नहीं हैं। किसानों का कहना था कि किसानों के साथ बैठकर उचित मुआवजा तय नहीं किया गया। उनकी जमीन 2 वर्र्षो से एनएचएआई ने चिन्हित कर लिया गया है। जिसके कारण उस जमीन पर किसी भी तरह का कार्य नहीं कर पा रहे हैं और वह किसान पिछले 2 साल से लगातार एनएचएआई और विशेष भूमि अधिपत्य अधिकारी के दफ्तर में चक्कर काट रहे थे। किसानों का कहना था कि हमें चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए। मुआवजा नहीं मिला तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे त्रयंबक उपाध्याय ने बताया कि मुआवजा तय किए जाने में स्थानीय अधिकारियों ने लापरवाही बरती गई है। जबकि इसी जिले में बड़हलगंज में सड़क निर्माण के दौरान अच्छा मुआवजा किसानों को मिला है।

इन गांव के किसानों ने दिया धरना

धरना प्रदर्शन में मनीराम, ताल जदाहा, रहमत नगर, बालापार, बैजनाथपुर, नारायणपुर, बनगाई, सराय गुलारिया, परसिया, रसूलपुर, सोनराइच,बूढ़ाडीह, बनकटी उर्फ इटहिया, मौला खोर, बेलवा रायपुर, जंगल औराही, जंगल अहमद अली शाह, महमूदाबाद, बनकटिया खुर्द, कैथवलिया, करमहा, नयापार खुर्द, रमवापुर, मठिया, सिहोरिया तथा कोनी गांव के ग्रामीण रहे।