- अपहरण करके देवरिया में कर दी हत्या, बरामद हुई डेड बॉडी

- पूछताछ के नाम पर कोरमपूर्ति, सूचना पर 24 घंटे बने रहे अंजान

GORAKHPUR: खोराबार एरिया से अपहृत फिजिकली चैलेंज्ड युवक की बरामदगी में पुलिस फेल रही। इधर अपहरण का मुकदमा दर्ज करके पुलिस पूछताछ के कोरम में जुटी रही। उधर अपहरणकर्ताओं ने दिव्यांग की गोली मारकर हत्या कर दी। शनिवार की सुबह डेड बॉडी मिलने की सूचना पर परदा डालकर थानेदार खोजबीन के दावे करते रहे। रविवार को देवरिया पहुंचकर परिजनों ने डेड बॉडी की पहचान की तो हड़कंप मच गया। खोराबार पुलिस की लापरवाही से लोग दंग रह गए। अपहरण करने वाले कार सवारों ने बेरहमी से दिव्यांग का मर्डर किया था। शक के आधार पर दिव्यांग के भाई की पत्नी सुमन, सुमन के भाई धीरज और एक अन्य परिचित को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ करती रही।

हवा में दिव्यांग की तलाश करती रही दो टीम

जंगल चंवरी, अयोध्या टोला निवासी उमेश दोनों पैरों से दिव्यांग थे। इस वजह से उनकी शादी नहीं हुई थी। पिता रामानंद का निधन होने के बाद वह अपने छोटे भाई अशोक, उसकी पत्नी सुमन और मां के साथ घर पर रहते थे। शुक्रवार की शाम उमेश अपने घर के सामने बैठे थे तभी कार सवार तीन लोग पहुंचे। उमेश को जबरन कार में लादकर फरार हो गए। घटना के एक घंटे के भीतर उमेश के छोटे भाई अशोक ने भूमि विवाद में अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। आरोप लगाया कि उनकी पत्नी और साले ने अपहरण कराया है। अशोक ने पुलिस को बताया कि एक बीघा भूमि के लिए सुमन अक्सर उमेश को पीटती रहती थी। सूचना पर पुलिस ने अशोक की पत्नी सुमन, साले धीरज और उसके एक परिचित चंवरी निवासी विजय यादव को हिरासत में ले लिया। शक के आधार पर तीनों के खिलाफ हत्या की नीयत से अपहरण का मुकदमा पुलिस ने दर्ज किया। दो टीम बनाकर दिव्यांग को सकुशल बरामद करने के दावे भी पुलिस करती रही।

शनिवार को मिली सूचना, छिपाने में लगे रहे थानेदार

बताया जाता है कि देवरिया जिले में शनिवार की सुबह एक दिव्यांग की डेड बॉडी पुलिस को मिली। वहां की पुलिस ने खोराबार पुलिस को इसकी जानकारी दी। लेकिन दिव्यांग की तलाश का दावा कर रही पुलिस सूचना को पचा गई। करीब 24 घंटे तक इस संबंध में परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी गई। रविवार को जब पुलिस ने डेड बॉडी मिलने की बात कही तो अशोक, ग्राम प्रधान अनिल सहित अन्य लोग पहुंचे। उन लोगों ने मोबाइल ली गई तस्वीर को देखकर दिव्यांग की पहचान कर ली। कानूनी औपचारिकता पूरी करके देवरिया पुलिस ने डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

भूमि के लिए हुआ मर्डर या अन्य कोई वजह

दिव्यांग उमेश की बेरहमी से हत्या करने की बात सामने आई है। भाई अशोक ने भूमि विवाद में अपहरण करके मर्डर का आरोप लगाया है। लेकिन पुलिस मान रही है कि इसके पीछे कोई अन्य वजह भी हो सकती है। अशोक की पत्नी की एक कार सवार युवक के अलावा मोहल्ले के युवक से जान पहचान है। कहा जा रहा है कि बेशकीमती भूमि का बैनामा कराने के लिए दिव्यांग का अपहरण किया गया। लेकिन शिकायत होने की वजह से बदमाशों ने दिव्यांग को मार डाला। छोटे भाई की पत्नी भी अक्सर दिव्यांग को प्रताडि़त करती रहती थी। इससे जुड़े सभी पहलुओं पर पुलिस जांच कर रही है।

मर्डर के मामले की विवेचना खोराबार पुलिस करेगी। परिजनों ने लापरवाही के आरोप लगाए हैं। सीओ स्तर से इसकी जांच कराई जाएगी।

जेएन सिंह, एडीजी- आईजी रेंज गोरखपुर