- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी में रेलवे हॉस्पिटल की कंसलटेंट व गाइनोकोलॉजिस्ट डॉ। तनु वर्मा देंगी सुझाव

GORAKHPUR: करोना महामारी से डरे नहीं, इसे समझें क्योंकि जानकारी ही आपको बचाएगी। सरकार और स्वास्थ्य कर्मियों को सहयोग दें। करोना बीमारी के लक्षण हैं सूखी खांसी, तेज बुखार और दम फूलना। अगर आप किसी विदेश यात्री के संपर्क में आए हैं या अंतर राज्य ट्रैवल की हिस्ट्री है तो अपने आप को अपने घर में ही क्वारंटाइन करें। क्वारंटाइन का मतलब है स्वस्थ व्यक्ति जो शायद किसी रोगी के आसपास रहा हो और उसके संक्रमित होने की संभावना हो। यह बात दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी में रेलवे हास्पिटल की कंसलटेंट व गाइनोकोलॉजिस्ट डॉ। तनु वर्मा बता रही हैं। कार्यक्रम का टेलीकास्ट सुबह 10 बजे रेडियो सिटी 91.9 एफएम पर होगा। जिसे सुनना आप न भूलें। डॉ। तनु बताती हैं कि इस बीमारी में 85 प्रतिशत लोग हल्की-फुल्की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के साथ ठीक हो जाते हैं। 10 से 12 प्रतिशत लोगों को भर्ती करने की जरूरत पड़ती है। इसका मतलब हुआ कि ज्यादातर लोग अपने आप को घर में रहकर ठीक कर सकते हैं। अगर वह लोगों से ज्यादा मिले-जुले नहीं तो जो भी संक्रमण उन्हें हुआ है, वह अपने आप 14 दिनों में खत्म हो जाएगा। इसीलिए क्वारंटाइन के महत्व को बताया जा रहा है। सबसे जरूरी है घर में रहना क्योंकि जब आप बाहर निकलेंगे ही नहीं तो बीमारी कहां से पकड़ेगी। घर की छोटी-मोटी जरूरतों के लिए बाहर ना निकलं। सभी सुविधाएं तो आपको घर के सामने मिल रही हैं और अगर उसके बाद भी कमी है तो आप कॉल कर अधिकारियों से अपनी जरूरत की चीजें मंगा सकते हैं और जब स्वास्थ्य कर्मी आपके घर पर आएं तो आप सही-सही उन्हें जानकारी दें। डरे नहीं क्योंकि स्वास्थ्य कर्मी आपको सही राय देंगे। अगर खांसी आपकी ज्यादा हो रही है और बुखार 102 डिग्री हो रहा है और दम फूलना बढ़ रहा है तो आप कंट्रोल रूम पर कॉल कर डॉक्टर से राय लें। ऐसे लोग सरकारी अस्पताल में जाकर डॉक्टर से अपनी जांच कराएं, वहां डॉक्टर समझकर आपको राय देंगे। योंकि यह महामारी है और छूने, खांसी और छींकने से यह बीमारी फैलती है इसलिए मास्क पहनें। मास्क अपने घर में आप बना सकते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को समझें और कम से कम 3 से 6 फीट की दूरी पर दो लोग रहें, साबुन से हाथों को बार-बार धोएं।