गोरखपुर (ब्यूरो).दो साल बाद दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाई जाएगी। पूजा पंडालों में विराट स्वरूप में मां विराजेंगी। पिछले दो साल कोरोना संक्रमण के कारण धूमधाम से दुर्गा पूजा आयोजित नहीं हो पाई थी। पंडालों में पांच फीट तक की मूर्तियां ही स्थापित की गई थीं। इस बार नौ से 11 फीट तक की मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है। श्रद्धालुओं ने मूर्तियों का ऑर्डर दे दिया है। कम दाम की मूर्तियों की मांग ज्यादा है। इस बार पुआल मिल नहीं रहा है। मिट्टी, रस्सी, श्रृंगार के सामान, बांस व मजदूरी में काफी वृद्धि हो गई है। बावजूद इसके बंगाल से आए कलाकारों ने मूर्तियों का दाम नहीं बढ़ाया है, ताकि लोगों के उत्सव में कमी न आए। ऐसी भी मूर्तियां इस बार बनाई जा रही हैं। जिसमें आभूषण, परिधान सब मिट्टी का है। प्रतिमाओं को सजाने के लिए बाजार से श्रृंगार के सामान नहीं लाने होंगे। किराना मंडी की मूर्ति का इसी तरह निर्माण किया जा रहा है।

प्रतिमाओं को बढ़ेंगे रेट

वहीं रेलवे स्टेशन पर मूर्ति बना रहे प्रवीर विश्वास ने कहा कि दिन-प्रतिदिन परिस्थितियां प्रतिकूल होती जा रही हैं। बांस की कीमत दो सौ थी, इस साल 230 रुपए में मिल रहा है। तीन हजार रुपए प्रति ट्रॉली मिट्टी मिल जाती थी, जिसका दाम बढ़कर पांच हजार रुपए हो गया है। पुआल मिल नहीं रहा है। बहुत दूर से 15 हजार रुपए ट्राली पुआल लाना पड़ रहा है, पहले इसकी कीमत 10 हजार रुपए थी।