गोरखपुर (ब्यूरो)।जल निगम की कार्यदायी संस्था (सीएनडीएस) को प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है। कोनी में चार्जिंग स्टेशन बन जाने से इलेक्ट्रिक बसों का निर्बाध संचालन शुरू हो जाएगा। चार्ज समाप्त होने पर उन्हें भागकर महेसरा डिपो नहीं जाना पड़ेगा। महानगर और उसके आसपास वाले एरिया में अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक बसें चलने लगेंगी। लोगों का आवागमन सुगम होगा।

8 रूट पर 27 ई-बस

महानगर के आठ रूटों पर 27 इलेक्ट्रिक बसें संचालित हैं। इन बसों के लिए महेसरा में चार्जिंग स्टेशन बनाया गया है। रास्ते में चार्ज समाप्त होने के बाद बसों को महेसरा इलेक्ट्रिक बस स्टेशन जाना पड़ता है। ऐसे में बसों का संचालन प्रभावित होता है। लोग इंतजार करते रह जाते हैं और बसें समय से नहीं पहुंच पातीं। इलेक्ट्रिक बसें एक बार फुल चार्ज होने पर 120 किमी। तक चलती हैं। 29 दिसंबर 2021 से महानगर में इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई थी।

चौरीचौरा, गोला और बड़हलगंज तक चलेगी ई-बस

शासन के निर्देश और पैसेंजर्स की मांग पर इलेक्ट्रिक बस संचालन समिति ने महेसरा और कोनी के बाद सहजनवां, कौड़ीराम और भटहट में भी इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन के निर्माण की योजना बनाई है। इसके लिए जमीन खोजी जा रही है। इलेक्ट्रिक बसों का विस्तार महानगर के अलावा चौरीचौरा, गोला और बड़हलगंज तक किया जाना है। आने वाले दिनों में 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है, जिसमें 25 बसों के जल्द मिलने की संभावना है।

यह हो सकता है कार्य

- बाउंड्रीवॉल

- मेंटेनेंस शेड

- इलेक्ट्रिक सबस्टेशन

- पंप रूम

- सीसी फ्लोरिंग

- बिजली लाइन

- चार्जिंग प्वाइंट पांच नग

- गार्ड रूम

- कमरे

- टायलेट

यहां तलाशी जा रही जमीन

सहजनवां

कौड़ीराम

भटहट

- नगर निगम की तरफ से इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग डिपो निर्माण के लिए कोनी में ढाई एकड़ जमीन मिल गई है। सीएनडीएस को प्रस्ताव बनाने के लिए कहा गया है। चार्जिंग प्वाइंट बनाने का कार्य पीएमआई करेगी। प्रस्ताव तैयार होने के बाद निर्माण प्रक्रिया के तहत आगे की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।

पीके तिवारी, कार्यपालक- इलेक्ट्रिक बस संचालन समिति