गोरखपुर (ब्यूरो)इसका सीधा असर इलेक्ट्रानिक बस से सफर करने वाले पैसेंजर्स पर पड़ा है। इससे पहले भी इलेक्ट्रानिक बस संचालन समिति ने छह माह पहले ही इलेक्ट्रानिक बसों के किराए में छह रुपए तक की वृद्धि की थी।

स्थानीय स्तर पर बढ़ा किराया

पहले मुख्यालय के निर्देश पर किराया बढ़ाया गया और अब छह महीने बाद ही स्थानीय स्तर पर इलेक्ट्रानिक बसों के किराए में वृद्धि कर दी गई है। समिति ने अलग रूट पर किराया तय कर दिया गया है। न्यूनतम किराए को 11 से बढ़ाकर 12 रुपए कर दिया है। वहीं अधिकतम किराया भी 41 से बढ़ाकर 50 रुपए कर दिया गया है। सबसे ज्यादा किराया कौड़ीराम और सहजनवां रूट पर बढ़ाया गया है। पहले इन दोनों जगहों का किराया 37 रुपए था, जून में बढ़ाकर इसे 41 रुपए किया गया, अब इस किराए को बढ़ाकर 50 रुपए कर दिया गया है।

छह किमी के 20 रुपए

इसके अलावा छह किमी तक के लिए जो किराया अबतक 16 रुपए लग रहा था, वह अब 20 रुपए कर दिया गया है। इसी तहर 11 किमी तक के किराए को 25 रुपए कर दिया गया है। किराए को राउंड फीगर के करने के चक्कर में पैसेंजर्स की जेब कट रही है, इससे यात्री परेशान हैं। सूत्रों की मानें तो इलेक्ट्रानिक बसों का किराया सिर्फ गोरखपुर में ही बढ़ाया गया है। अन्य शहर में पुराने किराए पर ही बसें संचालित की जा रही हैं।

संचालित हो रही 25 बसें

महानगर में अभी नौ रूटों पर 25 इलेक्ट्रानिक बसें चल रही हैं। इन बसों से हर दिन करीब 10 हजार लोग सफर करते हैं। बेड़े में बसें बढ़ाए जाने की कवायद चल रही है। उम्मीद है कि जल्द ही 25 और नई बसें डिपो के बेड़े में शामिल हो जाएंगी। बस के किराए में एक रुपए दुर्घटना बीमा भी शामिल है।

इलेक्ट्रानिक बसों के किराए में वृद्धि की गई है। किराए को बढ़ाकर राउंड फीगर में किया गया है।

- महेश चंद्र, प्रभारी मुख्य कार्यपालक अधिकारी, इलेक्ट्रानिक बस संचालन समिति