गोरखपुर (ब्यूरो)। स्मार्ट मीटर से बनने वाले अधिकांश बिल जांच में सही मिलते हैं। दिक्कत इलेक्ट्रानिक मीटर में आती है। ज्यादातर मीटर रीडर बिना कंज्यूमर के परिसर में गए बिजली का बिल बना दे रहे हैं। इन बिलों में सर्वाधिक गड़बड़ी मिलती है। कभी ज्यादा तो कभी काफी कम बिल जाने के कारण कंज्यूमर को सुधार के लिए बिजली निगम के कार्यालयों का चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसे लेकर समय-समय पर बिजली बिल संशोधन के लिए कैंप भी लगाया जाता है। लेकिन, पिछले तीन महीनों में लगातार ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने का प्रतिशत बढ़ा है।

ऐसे बढ़ी ऑनलाइन पेमेंट की संख्या

महीना ऑनलाइन पेमेंट (रुपए)

अप्रैल 22 50955 156456966

मई 22 51192 192628793

जून 22 55661 226920258

बिजली बिल ऑनलाइन जमा करने से कंज्यूमर्स को काफी सहूलियत मिलती है। बिल जमा करने के लिए उन्हें बिजली बिल काउंटर का चक्कर नहीं लगाना पड़ रहा है। इधर, ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने वालों की संख्या बढ़ी है।

- ई। यूसी वर्मा, एसई शहर