- सिंचाई विभाग के एक्सईएन से मांगी रंगदारी, दी ठेका मैनेज करने की धमकी

- तहरीर पर चंदन समेत पांच अज्ञात पर दर्ज हुआ मुकदमा

GORAKHPUR : सिटी में रंगदारी का भूत एक बार फिर से जागा है। जेल में बंद चंदन सिंह के नाम पर बदमाशों ने सिंचाई विभाग के एक्सईएन से मोबाइल पर ठेका मैनेज करने और पांच लाख रुपए की रंगदारी मांगी। न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। यही नहीं, 14 अगस्त की रात दो बाइक सवार चार बदमाशों ने दहशत फैलाने के मकसद से एक्सईएन के शाहपुर स्थित घर पर फायरिंग की और दरवाजे पर आठ धमकी भरे लेटर छोड़कर फरार हो गए। एक्सईएन ने घटना की जानकारी शाहपुर पुलिस को दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

लेटर में लिखा चंदन का नाम

शाहपुर एरिया के गंगानगर निवासी भानु प्रताप सिंह कुशीनगर जिले में सिंचाई विभाग में एक्सईएन के पद पर तैनात हैं। 14 अगस्त की रात करीब 12 बजे दो बाइक पर चार बदमाश पहुंचे और घर के सामने हवाई फायरिंग की, आठ लेटर फेंककर फरार हो गए। सभी लेटर्स में चंदन के नाम से धमकी लिखी थी। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक एक लेटर में लिखा था कि आप अपनी जाति के लोग हैं, आपसे मदद मांगी थी। आपने वैसा नहीं किया। अब बचो तो जानें।

दो महीने पहले भी आया फोन

भानु प्रताप सिंह ने बताया कि करीब दो माह पहले उनके मोबाइल पर एक कॉल आई। फोन करने वाले ने ठेका मैनेज करने और पांच लाख रुपए देने की बात कही। एक्सईएन ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया और अंजान नंबर्स से फोन उठाना बंद कर दिया। कॉल आने के करीब एक माह बाद मैसेज आया कि फोन नहीं उठा रहे हो, अंजाम भुगतने को तैयार रहो। बीते ट्यूज्डे को किसी ने भानु प्रताप सिंह के दरवाजे पर लेटर फेंका था। उसमें लिखा था कि पैसा मांगा गया था, न पैसा मिला न ठेका। भानु प्रताप सिंह ने इस धमकी को भी इग्नोर किया।

कौन है अनिल यादव?

लेटर फेंकने के बाद बदमाशों ने भानु प्रताप सिंह को मोबाइल पर फिर मैसेज आया। मैसेज में लिखा, 'आप काफी बिजी हो, फोन नहीं उठा रहे हो। तुम्हारा नुकसान हो जाएगा। मैं अनिल यादव बोल रहा हूं। चंदन ने फोन किया था। तुम्हें फिर मौका दिया जा रहा है। पांच लाख रुपए दे दो, नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगे.'

फैमिली मेंबर्स को मिली सुरक्षा

फायरिंग की जानकारी के बाद एसएसपी प्रदीप कुमार व एसपी सिटी समेत पुलिस मौके पर पहुंची। बदमाशों का पता लगाया जा रहा है। एक्सईएन के मोबाइल पर आये नंबर को सर्विलांस पर लगा दिया गया है। पुलिस की ओर से एक्सईएन और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए दो गनर मुहैया कराए गए हैं।

चंदन या चंदन के नाम पर कोई और?

2013 में जेल जाने के बावजूद चंदन सिंह के नाम पर रंगदारी मांगे जाने का ये कोई पहला मामला नहीं है। कई बार बदमाशों ने चंदन का नाम भुनाने की कोशिश की। पुलिस ने कुछ मामलों में रंगदारी मांगने वालों को पकड़ा तो कुछ अभी भी पेंडिंग पड़े हैं।

- फरवरी 2015 में सूर्यकुंड निवासी एलआईसी एजेंट से चंदन के नाम पर पांच लाख की रंगदारी मांगी गई। बाद में पुलिस ने सर्विलांस के जरिए संतकबीरनगर के बृजेश को पकड़ा। उसने चंदन के नाम पर रंगदारी मांगने की बात कबूल की।

- फरवरी में ही मनरेगा में जूनियर इंजीनियर से फोन पर किसी ने खुद को सेकेंड चंदन सिंह बताकर 20 लाख की रंगदारी मांगी। दोबारा फोन कर पूरी फैमिली में खत्म करने की धमकी दी गई। पुलिस ने बाद में कार्रवाई शुरू की।

- लास्ट इयर दिसंबर में खरैया पोखरा निवासी ज्वेलर को चंदन सिंह के नाम पर पांच लाख की रंगदारी के लिए कॉल कर धमकी दी गई। साथ ही जयजोशी कांप्लेक्स में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला से भी रंगदारी मांगी गई। रंगदारी मांगने वाले पांच लाख से पचास हजार पर आ गए। इसके बाद पुलिस ने धर्मशाला बाजार से बड़हलगंज निवासी किशुन वर्मा को अरेस्ट किया। उसी ने दोनों को धमकी दी थी। बाद में पता चला कि वो ज्वेलर के साले का बेटा है।

- लास्ट इयर दिसंबर में ही चंदन का नाम लेकर धुरियापार के एक बिजनेसमैन को पांच लाख रुपए पहुंचाने को कहा गया। दो बार फोन आने के बाद फोन स्विच ऑफ हो गया। इसके एक दिन पहले ही छाया कंपाउंड में ज्वेलरी शॉप चलाने वाले राजेंद्र मोहन वर्मा से भी पांच लाख की रंगदारी मांगी गई। पुलिस ने मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाकर जांच शुरू की थी।

- लास्ट इयर नवंबर में गोला के नगर पंचायत चेयरमैन ने एसएसपी को शिकायत की कि चंदन सिंह उनसे रंगदारी मांग रहा है। एक दिन बार फिर चेयरमैन को चंदन गैंग के नाम पर फोन किया गया। जिसके बाद पुलिस ने रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया था।

एक्सईएन भानु प्रताप की तहरीर पर चंदन सिंह समेत पांच अज्ञात पर रंगदारी मांगने, हमला करने और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में आरोपियों की तलाश की जा रही है।

अनिल उपाध्याय, एसओ शाहपुर