गोरखपुर (ब्यूरो)। आग लगने की सूचना पर व्यापारी दुकान की तरफ दौड़ पड़े। जब तक वह पहुंचते उनका माल जल कर राख हो चुका था। उधर फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मौके पर पहुंचकर आग को काबू करने में जुटी रही। आग बुझाने के लिए दमकल की छह गाडिय़ां लगाई गई थी। फायर ब्रिगेड के प्रयास के बाद शुक्रवार की भोर में 2 बजे जाकर आग पर काबू पाया जा सका।

देर रात हुई जानकारी

एक चिंगारी से व्यापारियों के अरमानों पर पानी फिर गया। टीपी नगर महेवा फलमंडी के व्यापारियों का कहना है कि वे दीपावली की पूजा के लिए कुछ समय पहले दीये जलाकर घर चले गए। इस बीच गुरुवार की देर रात करीब 11.30 बजे पता चला कि उनकी दुकानों में आग लग गई है। आनन-फानन में लोग मौके पर पहुंचे। तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया था। यहां करीब 32 दुकानें धू-धूकर जल रही थी। यह देख व्यापारियों में अफरा-तफरी मच गई। किसी ने इसकी सूचना पुलिस व फायर ब्रिगेड की दी। फायर ब्रिगेड की छह गाडिय़ों ने घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

17 दुकानदारों को आवंटित

दुकानों में आग कैसे लगी, फिलहाल यह पता नहीं चल सका। व्यापारियों का मानना है कि कुछ लोग दीपावली का दीपक जलाकर घर चले गए थे। जिससे आग लग गई होगी। जबकि कुछ व्यापारियों का कहना है कि रॉकेट की वजह से दुकानों में आग लगी है। शेड बी-2 में करीब 18 दुकानें हैं। इसमें से 17 दुकानदारों के नाम दुकाने आवंटित हैं। जबकि इनके सहयोग से 32 दुकानदार इसमें फल का कारोबार करते हैं। व्यापारियों का अनुमान हैं कि करोड़ों का नुकसान हुआ है। व्यापारी सरकार से मुआवजे की भी मांग की है।

जाम बनी आग पर काबू पाने में बांधा

छठ पर्व पर व्यापारियों ने बाहर से अधिक माल की डिमांड की थी। इसलिए मंडी में फल से लदी गाडिय़ों का रेल लग गया। जहां-तहां गाडिय़ां खड़ी थी। कुछ गाडिय़ों से माल उतारा जा रहा था। इसी बीच दुकान में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। ट्रक ड्राइवर गाड़ी छोड़ कर भाग निकले। रास्ता नहीं मिलने की वजह से फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मौके पर नहीं पहुंच पा रही थी। उधर व्यापारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए दमकल कर्मियों पर बरस पड़े। हालांकि किसी तरह से गाडिय़ों को हटाया गया। इसके बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के लिए पानी का बौछार करना शुरू कर दिया है।

सिटी मॉल और फायर स्टेशन से भरा पानी

थोक मंडी में कई बार आग लग चुकी है। आग से निजात पाने के लिए गल्ला मंडी में एक हाइड्रेंट बना है, लेकिन यहां रात में कर्मचारी गायब मिला। दमकल कर्मचारियों का भी इसकी जानकारी नहीं थी कि गल्ला मंडी में हाइड्रेंट बना है। इसलिए उन्हें सिटी मॉल और फायर स्टेशन के हाइड्रेंट से पानी मंगवाना पड़ा। आग बुझाने के लिए गाडिय़ों के आने में थोड़ी देरी हुई

व्यापारियों ने महेवा मंडी हाईवे किया जाम

आगजनी की घटना के बाद आक्रोशित व्यापारियों ने शुक्रवार की सुबह 9 बजे महेवा मंडी हाईवे जाम कर सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस, सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव और मंडी सचिव रजित राम वर्मा मौके पर पहुंचे गए। उन्होंने व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया। साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इसके बाद व्यापारियों ने प्रदर्शन खत्म किया। उधर डीएम विजय किरन आनंद थोक मंडी पहुंचकर व्यापारियों की पीड़ा सुनी और उन्हें आश्वासन दिया कि आपके नुकासान की भरपाई की जाएगी। साथ ही सीएम राहत कोष से मदद दी जाएगी।

हाईलेवल की कमेटी गठित

व्यापारियों के कितने माल की क्षति हुई है, इसके लिए डीएम के निर्देश पर हाईलेवल कमेटी का गठन किया गया है। इसमें मंडी सभापति सिटी मजिस्ट्रेट, चीफ फायर ऑफिसर, मंडी सचिव और पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता शामिल है। जो व्यापारियों के कितने मॉल की नुकसान हुआ है और उन्हें कितना क्षतिपूर्ति दिया जाएगा, इसका आकलन करेंगी।

मंडी प्रशासन की ओर से टीम गठित

मंडी प्रशासन की तरफ से भी तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। टीम में मंडी निरीक्षक अनिरुद्ध द्विवेदी, पवन कुमार और अंकुश श्रीवास्तव व्यापारियों की क्षति का आकल कर रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे।

शेड नंबर टू में 17 दुकानें आवंटित, इन फर्मो का माल राख

-मेसर्स लाल बहादुर सोनकर एंड कंपनी

-मेसर्स राम दुलारे एंड कंपनी

-मेसर्स विकास कुमार, इंद्रेश कुमार

-मेसर्स छेदी लाल एंड कंपनी

-मेसर्स कुशवाहा फ्रूट कंपनी

-मेसर्स राजेश कुमार, बृजेश कुमार एंड कंपनी

-मेसर्स दुर्गा फ्रूट कंपनी

-मेसर्स राजेश कुमार एंड कंपनी

-मेसर्स दिलीप कुमार, अशोक कुमार एंड कंपनी

-मेसर्स दयानाथ धनेश कुमार एंड कंपनी

-मेसर्स अशोक कुमार एंड कंपनी

-मेसर्स सोनकर फ्रूट कंपनी

-मेसर्स विशाल कुमार, रंजीत कुमार एंड कंपनी

-मेसर्स सुरेश कुमार एंड कंपनी

-मेसर्स कृष्णा फ्रूट कंपनी

-मेसर्स कल्लूनाथ एंड कंपनी

-मेसर्स रोशन कुमार, विवेक एंड कंपनी

नोट- शेड नंबर टू में 17 दुकानें व्यापारी के नाम से आवंटित है। इनके सहयोग से अन्य दुकानदार फल का कारोबार कर रहे है। जिनका माल आग में राख हो गया। उनकी सूची अलग से तैयार की जा रही है।

- आग पर काबू पाने के लिए लगाई गई गाडिय़ां-06

- दमकल कर्मियों की संख्या-28

जिले में फायर सर्विस वाहनों की संख्या

एमएफई वॉटर टेंडर टाईप बी बड़ा-07

वॉटर बाउजर-02

एमएफई वॉटर टेंडर टाईप बी छोटा-05

फोम टेंडर-03

हाईड्रोलिक प्लेटफॉर्म-01

वॉटर मिस्ड हाईप्रेशर-05

बेलोरो कैंपर-05

बुलेट-07

बेलोरो एलएक्स-02

टाटा सूमो-02

पोर्टेबल डीजल पंप-11

जीप-01

थोक फल मंडी में आग लगने की सूचना पर दमकल कर्मियों के साथ गाडिय़ों को रवाना कर दिया गया था। आग पर काबू पाने के लिए छह दमकल की गाडिय़ां लगाई गई थी। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है।

रंजीत सिंह, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी

थोक फल मंडी के व्यापारियों को क्षतिपूर्ति दिलाने के लिए प्रशासन और मंडी प्रशासन की ओर से कमेटी गठित कर दी गई है। मंडी निरीक्षक की तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है, जो व्यापारियों के नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर रही है। जल्द ही रिपोर्ट शासन को सौंप दिया जाएगा। हाईलेवल कमेटी इसका निर्णय करेगी।

- रजित राम वर्मा, सचिव मंडी