-डॉ। भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा की फर्जी बीएड की मार्कशीट बना पूरे प्रदेश में 1332 बन गए टीचर
-यूपी के अलग-अलग जिलों में ये फर्जी टीचर दे रहे थे बच्चों को एजुकेशन
-गोरखपुर बीएसए से मांगी गई रिपोर्ट
GORAKHPUR: अनामिका शुक्ला मामले के बाद फर्जी टीचर्स के खिलाफ शिक्षा विभाग ने मोर्चा खोल दिया है। एक-एक कर फर्जी टीचर्स के कारनामों की पोल खुलती जा रही है। फर्जी टीचर्स का एक और कारनामा सामने आया है। डॉ। भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा की बीएड की फर्जी मार्कशीट बना प्रदेशभर में एक साथ 1332 लोगों ने सरकारी नौकरी हथिया ली। ये सभी यूपी के अलग-अलग जिलों में फर्जी मार्कशीट पर बेसिक स्कूलों में टीचर बन सरकारी नौकरी कर रहे थे। एसआईटी जांच में इसका खुलासा हुआ। इसके बाद एसआईटी ने सभी जिलों के टीचर्स की लिस्ट जारी कर वहां के बीएसए से रिपोर्ट मांगी। लिस्ट में गोरखपुर के पांच टीचर्स का भी नाम शामिल है। बीएसए ने पांचों टीचर्स को बर्खास्त कर इसकी रिपोर्ट भेज दी है।
बीएसए ने की कार्रवाई
एसआईटी जांच में 1332 टीचर्स फेक मार्कशीट पर नौकरी करते पाए गए हैं। इसमें गोरखपुर के भी पांच टीचर्स शामिल है। लिस्ट जारी होने के बाद गोरखपुर बीएसए ने इन टीचर्स को बर्खास्त कर दिया है। अब इन टीचर्स पर एफआईआर कराने का निर्णय भी बीएसए ने लिया है। बीएसए ने बताया कि एक या दो दिन में टीचर्स पर एफआईआर दर्ज हो जाएगी।
51 टीचर्स हो चुके बर्खास्त
इस समय गोरखपुर में सभी टीचर्स के डॉक्यूमेंट की जांच तेजी से चल रही है। फर्जी डॉक्यूमेंट पर नौकरी पाने वाले 51 टीचर्स बर्खास्त किए जा चुके हैं। जबकि, 30 टीचर्स निलंबित किए जा चूके हैं। इनकी जांच जारी है। बहुत जल्द और टीचर्स पर भी कार्रवाई तय है।
कस्तूरबा के टीचर्स का स्ात्यापन पूरा
अनामिका शुक्ला प्रकरण आने के बाद सबसे पहले कस्तूरबा विद्यालय के टीचर्स के डॉक्यूमेंट की जांच शुरू हुई। इसमें सभी टीचर्स के ओरिजन डॉक्यूमेंट जमा करा लिए गए हैं। ताकि एक मार्कशीट पर कई जगह नौकरी करने वाले चेहरे सामने आएं।
जिले में स्कूल-2151
राजकीय विद्यालय-04
उच्च प्राइमरी - 834
अनुदेशक- 535
अनुदानित स्कूल- 83
शिक्षा मित्र- 3300
कस्तूरबा विद्यालय-20
कस्तूरबा में टीचर्स-151
कुल टीचर्स की संख्या-8500
वर्जन
सूची जारी होते ही पांचों टीचर्स को बर्खास्त कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है। अभी तक 37 टीचर्स पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। अब इनके ऊपर भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
बीएन सिंह, बीएसए, गोरखपुर