- मंडी में जलनिकासी के लिए लगा चार मड पंप खराब

- मंडी प्रशासन से शिकायत के बाद भी नहीं निकल सका समाधान

- जलभराव की वजह से व्यापारियों को करना पड़ रहा परेशानी का सामना

GORAKHPUR: लगातार बारिश ने मंडी को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले साल जलनिकासी के लिए लाखों रुपए खर्च कर मंडी सचिव कार्यालय और गल्ला मंडी में छह मड पंप लगाए गए थे। इसमें से चार मड पंप खराब हो गए हैं। जिसकी वजह से मंडी परिसर में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। इसकी वजह से कारोबार भी पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है।

सारे दावे फेल

पूर्वाचल की सबसे बड़ी मंडी महेवा में सब्जी, फल, गल्ला और मछली का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। मंडी में व्यापारियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए मंडी प्रशासन तमाम दावे करता है, लेकिन लगातार हुई बारिश की वजह से दावों की पोल खुल गई है.जलनिकासी के लिए मंडी समिति कार्यालय में दो और गल्ला मंडी में चार मड पंप लगाए गए जो पिछले एक महीने से खराब हैं। जिसकी वजह से मंडी परिसर में जलभराव से व्यापारी परेशान है।

दुकानों में घुस जा रहा है पानी

पूर्वाचल थोक फल-सब्जी विक्रेता एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शुक्ला ने बताया कि बारिश का पानी जमा होने की वजह से व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। साथ ही कई दुकानों में पानी घुस जा रहा है। जिसकी वजह से व्यापारियों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार मंडी प्रशासन से इसकी शिकायत की कई लेकिन अभी तक कोई ठोस हल नहीं निकाला जा सका है।

मंडी में जलनिकासी के लिए लगाए गए चार मड पंप जल गए हैं। जिसकी वजह से थोड़ी दिक्कत आई है। पंप को ठीक कराने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है। जल्द ही उसे ठीक करवा लिया जाएगा।

- रजीत राम वर्मा, सचिव, मंडी समिति