- माफिया विनोद उपाध्याय संग कनेक्शन का दावा

- मुकदमे में सुलह का दबाव बनाने का लगाया आरोप

GORAKHPUR: जैतपुर तिहरे हत्याकांड के मुख्य गवाह कमलाकांत सहित चार लोगों को कैंट पुलिस ने अरेस्ट किया। चारों पर आरोप है कि वे अपने दो अन्य साथियों संग मिलकर माफिया विनोद उपाध्याय के इशारे पर काम करते थे। शहर में सूद का कारोबार करने के साथ कई घटनाओं को अंजाम दिया है। आरोपी कमलाकांत ने दावा किया कि हत्याकांड में सुलह का दबाव बनाने के लिए साजिश रचकर कार्रवाई की गई है। इसके पहले भी उसे तीन बार फर्जी केस में फंसाने का प्रयास हो चुका है। एसपी सिटी विनय कुमार सिंह ने बताया कि कमलाकांत का जुड़ाव माफिया विनोद उपाध्याय से रहा है। विनोद से मदद लेने की वजह से वह उसके इशारे पर काम करता था।

दिन दहाड़े मुठभेड़ में दबोचे बदमाश

कैंट एरिया के पैडलेगंज, चंपा देवी पार्क मोड़ के पास पुलिस ने चार लोगों को अरेस्ट किया। उनके पास से पिस्टल और कारतूस बरामद होने पर पुलिस का शक बढ़ गया। पूछताछ में चारों की पहचान सहजनवां के जैतपुर नगवां निवासी कमलकांत पांडेय, वेद प्रकाश चतुर्वेदी, अजय चौबे और अमित चौबे के रूप में हुई। चारों से पूछताछ के बाद पुलिस ने दावा किया कि वह अपने दो साथियों बेलीपार एरिया के हरदिया, पिछौरा निवासी अजय गुप्ता और अन्य साथी संग मिलकर वारदात करते हैं। एसपी सिटी ने बताया कि खोराबार के कजाकपुर निवासी संजय यादव हत्याकांड में विवेचक से अपने परिचय का लाभ उठाते हुए माफिया विनोद उपाध्याय ने गलत लोगों को मुल्जिम बनवा दिया है। इस मामले में पकड़े गए अभियुक्तों की भूमिका रही है।

हत्याकांड का मुख्य गवाह कमलाकांत

09 अगस्त 2012 को जैतपुर बाजार में हुए चर्चित तिहरे हत्याकांड में कमलाकांत मुख्य गवाह है। आरोपियों को सजा दिलाने के लिए वह कड़ी पैरवी कर रहा है। इस मुकदमे के मुख्य अभियुक्त राणा सिंह को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। एसपी सिटी ने दावा किया कि विनोद उपाध्याय से मदद लेने की एवज में उसके कहने पर कमलाकांत आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। हालांकि कमलाकांत ने कहा कि उसे फर्जी तरीके से फंसाया गया है। तिहरे हत्याकांड में सुलह का दबाव बनाते हुए पहले भी उसे मुकदमे में फंसाने का प्रयास हो चुका है। 20 अगस्त 2016 को कैंट थाना में कमलाकांत के खिलाफ युवती का अपहरण करने की तहरीर दी गई थी। इसके एक माह पूर्व 01 जुलाई 2016 को शाहपुर थाना में एक युवती ने कमलाकांत पर रेप का आरोप लगाया था। कमलाकांत का कहना है कि चोरी की बाइक के सौदेबाजी में उसे फंसाकर लूट का आरोपी बना दिया गया था। यहां बता दें, तिहरे हत्याकांड में नगवां के रणजीत पांडेय, उनके बेटे विनोद और मनोज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में राणा सिंह, मुकुंद सिंह सहित पांच लोग नामजद हुए थे।

वर्जन

पकड़े गए बदमाश काफी शातिर हैं। माफिया विनोद उपाध्याय से उनका गहरा जुड़ाव है। माफिया के कहने पर इनका गैंग काम करता है। चारों किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।

- विनय कुमार सिंह, एसपी सिटी