-टमाटर 100 रुपए प्रति किलो तो पपीता और किवी 50 रुपए पीस

-आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं फल-सब्जी के दाम

GORAKHPUR: कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया त्रस्त है। इससे संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में इम्युनिटी बढ़ाने वाले फल-सब्जी के भी नखरे हजार हैं। फुटकर मंडी में जहां टमाटर ने शतक बना लिया है तो वहीं पपीता और किवी ने अर्धशतक तक पहुंच गए है। व्यापारियों का कहना है कि बारिश के दिनों में थोक मंडी में हरी सब्जी और फलों का आवक कम हो गया है। जिसकी वजह से आगे और भाव बढ़ने की उम्मीद है। बताते चलें कि दो माह पहले जहां टमाटर 40 रुपए प्रति किलो बिका वहीं पपीता और किवी 10 से 20 रुपए पीस बिका। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि डेली सब्जी और फल में किस कदर उछाल दिखाई दे रहा है।

विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इम्युनिटी का मजबूत रहना बेहद जरूरी है। कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को इस वायरस से संक्रमण होने का खतरा अधिक है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए फल और हरी सब्जियों के सेवन करने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे में फल और सब्जी पर महंगाई लोगों की जेब पर भारी पड़ रही है। डॉ। बीके सुमन बताते हैं कि फल और सब्जी इसके लिए कारगर है। इनके सेवन से इम्युनिटी को बेहतर और मजबूत किया जा सकता है। इनमें मौजूद पोषक तत्व इम्युनिटी प्रदान करने में सहायक है। इम्युन सिस्टम बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ खट्टे फल खाने की सलाह देते हैं। टमाटर, अनानास, पपीता, किवी, अमरूद जैसे फल खाने से भी लोगों का इम्युन सिस्टम अच्छा होता है। इसके अलावा पत्ता गोभी, गोभी, बैंगन और शिमला मिर्च, नींबू, लहसून, अदरक आदि सेवन करना भी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है।

फुटकर मार्केट में इम्युनिटी वाले फल व सब्जी के भाव

टमाटर 100 रुपए प्रतिकिलो

अदरक 80 रुपए प्रतिकिलो

लहसून 90 रुपए प्रतिकिलो

गाजर 60 रुपए प्रतिकिलो

पत्ता गोभी 60 रुपए प्रतिकिलो

गोभी 60 रुपए प्रतिकिलो

अनानास 25 रुपए पीस

पपीता 50 रुपए पीस

किवी 50 रुपए पीस

अमरूद 40 रुपए किलो

शिमला मिर्च 80 रुपए प्रतिकिलो

नीबू 2.5 रुपए पीस

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बारिश से थोक मंडी में फल-सब्जी की आवक कम हुई है। इसके बावजूद रेट स्थिर है। टमाटर बंगलूरू से आता है इस लिए थोड़ा महंगा है। इसी का फायदा फुटकर व्यापारी उठा रहे हैं। बारिश इसी तरह होती रही तो आने वाले दिनों में दाम और बढ़ सकते हैं।

अवध गुप्ता, फल-सब्जी विक्रेता एसोसिएशन