गोरखपुर (ब्यूरो)।मंगलवार को जीडीए की टीम पहुंची तो सील की कार्रवाई के बाद संचालक को चेतावनी दी गई। इधर, कार्रवाई पर संचालक डॉक्टर ने जीडीए के एक अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए।

पीके सिंह के नेतृत्व में पहुंची थी टीम

मंगलवार को विशेष कार्याधिकारी पीके सिंह के नेतृत्व में सहायक अभियंता कुंजबिहारी राजबहादुर सिंह एवं अवर अभियंता रमापति वर्मा, मनीष कुमार त्रिपाठी, डीएन शुक्ला आदि पुलिस बल के साथ दाउदपुर स्थित डॉ। संतोष शंकर रे के हॉस्पिटल पर पहुंचे। आवासीय मानचित्र के विपरीत व्यवसायिक निर्माण कर व्यवसायिक गतिविधि करने पर सीलिंग की कार्रवाई डॉक्टर के विरोध के बीच की गई। मौके पर निर्देशित भी किया गया कि आवासीय परिसर में किसी भी तरह का व्यवसायिक संचालन न करें अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई आगे भी की जाएगी।

अगर जमीन नही दोंगे तो अस्पताल करेंगे सील

डॉक्टर शंकर रे ने जीडीए की कार्रवाई को गलत बताया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में पार्किंग सहित हर सुविधा उपलब्ध है। जीडीए के नक्शे द्वारा पारित किया गया है। आरोप लगाया कि जीडीए के एक अधिकारी तारामंडल में स्थित जमीन को जबरिया कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। जीडीए के अफसर ने तीन बार ऑफिस बुलाया और जबरिया सहमति पत्र पर साइन करने को। साइन न करने पर अस्पताल को बंद करने की धमकी दी।

सभी आरोप गलत है। वह जिस चीज को लेकर आरोप लगा रहे हैं, उसके बारे में मैं जानता भी नहीं हूं। उनका अस्पताल का गलत मानचित्र व अन्य कारणों से सील किया गया है।

इंद्रजीत सिंह, सहायक संपत्ति अधिकारी, जीडीए