गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू है। 39 जिलों में आचार संहिता लागू होने के कारण जिलास्तरीय इंवेस्टर्स समिट नहीं हो पा रही है। निर्धारित तिथि 20 जनवरी तक नहीं होने पर डीएम ने परमिशन मांगी है। वहीं अब तक इंवेस्टर्स के शामिल होने का सिलसिला भी जारी है। अभी तक कुल 35 हजार करोड़ के इंवेस्टमेंट के प्रस्ताव के लिए शुरुआती सहमति हो चुकी है। मजे की बात यह है कि जिला प्रशासन ने इस समिट को धरातल पर उतारने के लिए 500 एकड़ का लैैंड बैैंक भी तैयार कर लिया है। बाकी 300 एकड़ और जमीन की खरीदारी के लिए लैैंड एक्वॉयर की गति भी तेज कर दी गई है। इसके लिए तहसील स्तर पर कर्मचारियों की अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है।

250 एकड़ जमीन लिंक एक्सप्रेस वे के पास एक्वॉयर

बता दें, गोरखपुर में जिला स्तर पर होने वाली इंवेस्टर्स समिट 20 जनवरी तक हो जानी थी, लेकिन आचार संहिता प्रभावी हो जाने के कारण परमिशन के लिए आवेदन किया गया है। गीडा सीईओ पवन अग्रवाल ने बताया कि गोरखपुर जिले में होने वाले इंवेस्टर्स समिट में अप्राक्स 35,000 करोड़ के इंवेस्टमेंट होंगे, इनमें 108 इंवेस्टर्स का एमओयू हो चुका है। इंवेस्टर्स समिट में बाहर से भी उद्यमियों को बुलाया जा रहा है। गोरखपुर में मिलने वाली सुविधाओं एवं निवेश में छूट की जानकारी देने के लिए एक्सपर्ट बुलाए जाएंगे। गीडा सीईओ पवन अग्रवाल ने बताया कि अब तक जितने भी इंवेस्टर्स से एमओयू हो चुके हैैं। इनमें ज्यादातर के पास खुद का लैैंड हैैं, लेकिन जो बाहर से हैैं या लोकल, उन्हें लैैंड गीडा व जिला प्रशासन प्रोवाइड कराएगा। इसके लिए 500 एकड़ जमीन एक्वॉयर की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा कालेसर जीरो प्वाइंट में 125 एकड़ तक जमीन एक्वॉयर हो चुकी है। जबकि लिंक एक्सप्रेस वे में सबसे ज्यादा जमीन एक्वॉयर की गई है। लिंक एक्सप्रेस वे के पास 250 एकड़ जमीन एक्वॉयर हो चुकी है। वहीं भीटी रावत में परचेजिंग चल रही है। इसके साथ ही धुरियापार एरिया में जमीन परचेज के लिए कवायद जारी है।

इन एरिया में इंस्वेस्टर्स के लिए लैैंड बैैंक तैयार

- कालेसर जीरो प्वाइंट

- लिंक एक्सप्रेस-वे

- भीटीरावत

- धुरियापार

राज्य निर्वाचन की तरफ से हरी झंडी मिलते ही वेन्यू डिसाइड कर इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाएगा। हमारी पूरी कोशिश है कि 50 परसेंट तक इसका धरातल पर इंप्लीमेंट किया जाए। इसके लिए 500 एकड़ लैैंड बैैंक तैयार की जा चुकी है। बाकी प्रॉसेस में है।

कृष्णा करुणेश, डीएम गोरखपुर