गोरखपुर (ब्यूरो).गोरखपुर की गोल्डेन गर्ल आदित्या यादव के लिए शनिवार का दिन यादगार बन गया। देश को बैडमिंटन में गोल्ड दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी आदित्या यादव शनिवार को दिल्ली स्थित पीएम आवास पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सम्मानित हुईं। आदित्या के साथ उनके पिता दिग्विजय यादव भी दिल्ली गए थे। उन्होंने बताया कि मेरी बेटी पीएम से मिली ये मेरे और परिवार के लिए अनमोल पल है। बचपन से आदित्या के साथ जितनी मेहनत की थी, वो आज सफल हो गई। बेटी ने सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।

पीएम आवास पर सभी पदकवीरों का सम्मान

ब्राजील डेफ ओलंपिक में बैडमिंटन चैंपियनशिप में पहली बार देश को गोल्ड मिला है। जिसमें गोरखपुर की महज 12 साल की बेटी आदित्या यादव का अहम रोल रहा है। देश को गोल्ड जीतकर वापस लौटे डेफ ओलंपिक दल के सभी सदस्यों की मेजबानी शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर की।

पीएम ने शेयर की आदित्या संग फोटो

सभी पदकवीरों से मिलने के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने आदित्या समेत अन्य खिलाडिय़ों संग अपनी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की हैं। जिसपर खूब लाइक और कमेंट आ रहे हैं। आदित्या का कहना है कि यह उसके लिए बड़े गर्व की बात है कि देश के प्रधानमंत्री उसके साथ फोटो शेयर किए हैं।

सभी पदकवीरों ने आदित्या संग ली सेल्फी

पीएम आवास पर सभी खिलाडिय़ों में सबसे कम एज की खिलाड़ी 12 साल की आदित्या थीं। उनके टैलेंट का हर कोई लोहा मान रहा है। पीएम आवास पर सभी खिलाडिय़ों ने आदित्या के साथ सेल्फी ली। खिलाडिय़ों ने ये भी कहा कि आदित्या अभी आगे और कई बड़े चमत्कार करेगी।

छोटी उम्र में हासिल किया बड़ा मुकाम

- सेकेंड वल्र्ड डेफ बूथ बैडमिंटन चैंपियनशिप

- सिक्स नेशनल डेफ जूनियर सब जूनियर स्पोट्र्स चैंपियनशिप

- योनेक्स सनराइज हैमिश इंफ्रास्ट्रक्चर यूपी स्टेट

- मेट पीएनबी मेट लाइफ जुनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप

- रानी लक्ष्मी बाई अवार्ड के लिए नामित

गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर हैं आदित्या

गोरखपुर के रहने वाले दिग्विजय यादव के घर जब आदित्या का जन्म हुआ, तो सब खुश थे। मगर, उन्हें यह पता चलने में तीन साल लग गए कि वह सुन और बोल नहीं सकती है। दिग्विजय परेशान हो गए कि अब अपनी इस बेटी के लिए क्या करें। एक दिन आदित्या ने रैकेट पकड़ा, तो उसे देखकर दिग्विजय को लगा कि वो बैडमिंटन अच्छा खेल सकती है। पांच साल की उम्र में उसकी कोचिंग शुरू हो गई। एक साल बाद ही आदित्या अपने से अधिक उम्र के खिलाडय़िों को मात देने लगी। जिस टूर्नामेंट में पार्टिसिपेंट करती, वहां से जीतकर ही लौटती। इसलिए छोटी सी उम्र में आदित्या का नाम गोल्डन गर्ल पड़ गया।

पीवी सिंधू भी रह गई थीं दंग

आदित्या यादव जब दस साल की थीं, तो उन्होंने चाइना में आयोजित वल्र्ड चैंपियनशिप में अपने टैलेंट का लोहा मनवाया था। वह जब दिल्ली में एक टूर्नामेंट में खेल रही थीं, तब बैंडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू भी उनका गेम देखकर दंग रह गईं थीं।