गोरखपुर (ब्यूरो).ऐसे ही शहर के बरगदवा चौराहा स्थित एक अस्पताल के गूगल बिजनेस अकाउंट पर किसी ने अपना मोबाइल नंबर लगा दिया और वह डॉक्टर के यहां नंबर लगाने के नाम पर लोगों को ठगता रहा। साइबर थाने पर अब इस तरह के मामले पहुंचने लगे हैं। साइबर ठगों से अब गूगल बिजनेस अकाउंट भी सुरक्षित नहीं रह गया है।

अपना नंबर डाल देते जालसाज

जालसाज अकाउंट के सजस्टेड एडिट ऑप्शन में जाकर उस पर अपना मोबाइल नंबर डाल दे रहे हैं। ऐसे में कोई उत्पाद खरीदने अथवा चिकित्सक के यहां नंबर लगवाने के लिए कोई फोन करता तो वह काल जालसाज के पास जाती है। जालसाज फोन पर उपभोक्ताओं को झांसे में लेकर उससे ठगी करते हैं। इससे प्रतिष्ठान स्वामी को पता भी नहीं चलता है कि उसके फर्म के नाम पर ठगी हो रही है।

करीब 3 लाख गूगल बिजनेस अकाउंट

बता दें, जिले में ढाई से करीब तीन लाख व्यक्तियों के गूगल बिजनेस अकाउंट हैं। किसी ने गूगल मैप पर अपनी दुकान, अस्पताल, विद्यालय व कार्यालय का पता लोकेट किया तो उसका गूगल बिजनेस अकाउंट खुल गया तो किसी ने अपनी फर्म के प्रचार व व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अकाउंट खोला। करीब 95 प्रतिशत लोगों के गूगल बिजनेस अकाउंट सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में यदि उन्होंने जागरुकता नहीं दिखाई तो उपभोक्ताओं को बड़े पैमाने पर नुकसान होगा।

लोग अपने फेसबुक, जीमेल अकाउंट को सुरक्षित कर रहे हैं। ताकि उनकी डिटेल व प्रोफाइल को कोई एडिट न कर सके। इसी तरह लोगों को गूगल बिजनेस अकाउंट को भी सुरक्षित करना होगा। यह सुरक्षित नहीं रहा तो इससे बड़ी धोखाधड़ी हो सकती है। फर्म की बदनामी अलग से होगी। ऐसे में लोगों को चौकन्ने रहने की जरूरत है और समय-समय पर यह देखते रहने की जरूरत है कि कहीं उनके खाते से किसी तरह की छेड़छाड़ तो नहीं हो रही है।

जे। रविन्दर गौड, डीआईजी रेंज