गोरखपुर (ब्यूरो)।अभी हाल ही में इंटरनेशनल इंस्टटीयूट ऑफ इंफ्लूएंसर की ओर से आई-100 कॉप्टीशन ऑर्गनाइज कराया गया। जिसमें 145 कंट्रीज के स्टूडेंट ने पार्टिसिपेट किया। जूनियर कैटेगरी में ओजस को सिल्वर मेडल मिला है। कॉम्प्टीशन में जुड़े स्वीजरलैंड, ग्रेस, यूके, अफ्रीका, ब्राजील, पेरू और इंडिया से ज्यूरी मेंबर भी ओजस की काबिलियत देखकर दंग रह गए।

क्लास 5 में पढ़ते हैं ओजस

इंजीनियरिंग कॉलेज के इलेक्ट्रिकल विभाग के प्रो। प्रभाकर त्रिपाठी के 10 वर्षीय बेटे ओजस त्रिपाठी संस्कृति पब्लिक स्कूल में क्लास 5 में पढ़ते हैं। ओजस की इंग्लिश बहुत अच्छी है। वह क्लास में मॉनीटर और लैंग्वेज मॉनीटर भी हैं। ओजस की एक बड़ी बहन सताक्षी त्रिपाठी 11 वीं में पढ़ती हैं। वह स्केटिंग चैंपियन भी रह चुकी हैं। वहीं मां अनू तिवारी हाउस वाइफ हैं।

इस तरह निकाला कॉम्प्टीशन

ओजस को पांच माह पहले स्कूल की तरफ से इस ऑनलाइन इंटरनेशनल कॉम्प्टीशन के लिए चुना गया था। यह कॉम्प्टीशन तीन राउंड में हुआ। पहले राउंड में अपना पूरा इंट्रो देना था। दूसरे राउंड में 3 मिनट का स्पीच 'माई ड्रीम स्कूल, माई ड्रीम टीचरÓ पर देना था। जिसमें तय समय में सबसे अच्छी स्पीच ओजस ने दी। इसी तरह फाइनल और तीसरे राउंड में अचानक से नए-नए सवाल पूछकर ओजस का प्रेजेंस ऑफ माइंड चेक किया गया, जिसके बाद ओजस सिल्वर मेडल के हकदार बने।

राजदूत बनने के लिए सीख रहे जापानी

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर से बात करते हुए ओजस त्रिपाठी ने बताया कि वह आईएफएस के थ्रू फॉरेन कंट्रीज में काम करना चाहते हैं। इसमे भी जापान और अमेरिका उनकी पहली पसंद है। जापान जाने के लिए वह अभी से ही जापानीज भी सीख रहे हैं। ओजस का ड्रीम है कि वह एक दिन किसी बड़ी कंट्री का राजदूत बने।

पांच दिन का वर्क दो घंटे में तैयार कर लिया

पिता प्रो। प्रभाकर त्रिपाठी ने बताया कि अभी हाल ही स्कूल में एनुअल फंक्शन था। उसमे स्कूल के अचीवमेंट पर ओजस को स्पीच देनी थी। इसके लिए स्कूल ने बकायदा पांच पन्ने का स्पीच तैयार कर ओजस का दिया। उसे पांच दिन का समय भी प्रिपरेशन के लिए दिया गया। स्कूल टीचर ने मेरे पास कॉल करके बच्चे का सहयोग करने के लिए भी कहा गया। दो ही घंटे बाद स्कूल से कॉल आया कि ओजस ने दो ही घंटे में स्पीच तैयार कर ली। अब वह बिना पन्नों के फर्राटा स्पीच दे रहा है। यह सुनकर मैं भी एक समय के लिए दंग रह गया।

वेबसाइट पर 500 सर्वर संभाल रहे

पिता ने बताया कि ओजस वेबसाइट पर पांच सौ से अधिक सर्वर पर भी काम कर रहा है। इसके अलावा उसे साइकिल चलाने, बॉक्सिंग और स्केटिंग करने का भी शौक है। पिता ने बताया कि कोई भी काम ओजस दीजिए उसे बड़े ही आराम से कुछ ही समय में तैयार कर लेता है, उसका प्रेजेंस ऑफ माइंड कंप्यूटर से भी तेज है।