GORAKHPUR:

बाल संरक्षण सेवाएं योजना के तहत जिला स्तर पर गठित जिला बाल संरक्षण समिति व बाल विवाह रोकथाम के लिए गठित जिला टास्क फोर्स की मीटिंग की गई। मीटिंग विकास भवन के मनरेगा सभागार में हुई। डीएम के विजयेंद्र पांडियन के परमिशन से सीडीओ हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। एडीएम सिटी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एसपी (क्राइम), जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अलावा चिकित्सा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, श्रम विभाग एएचटीयू, एसजेपीयू चाइल्ड लाइन, रेलवे पुलिस, जिले में संचालित संस्थाओं के प्रतिनिधि, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, महिला शक्ति केंद्र व यूनिसेफ से तमाम अधिकारी/कर्मचारी/प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

ताकि बेहतर हो सके समाधान

मीटिंग में 18 वर्ष से कम उम्र के ऐसे बच्चे जो देखरेख व संरक्षण की आवश्यकता है अथवा विधि के उल्लंघन के कारण किसी अपराध से जुड़े हुए हैं। ऐसे बच्चों की देखरेख बाल हित में सार्थक प्रयास किए जाने पर चर्चा की गई। इसके साथ-साथ बच्चों के हित में जिले स्तर पर कार्य कर रही संस्थाओं में बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई, किशोर न्याय बोर्ड, चाइल्ड लाइन, बाल गृहों आदि के बेहतर क्रियान्वयन में आ रही की समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्य विकास अधिकारी की तरफ से आवश्यक निर्देश भी संबंधित को दिए गए। अध्यक्ष की तरफ से नियमित रूप से मीटिंग किए जाने, बच्चों के समस्याओं को प्राथमिकता पर लिए जाने एवं कायों के समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए गए। अंत में मुख्य विकास अधिकारी की अनुमति से जिला प्रोबेशन अधिकारी सरबजीत सिंह ने सभी का धन्यवाद किया।