- मंडलीय समीक्षा बैठक में कमिश्नर के तेवर सख्त

- उप निदेशक पंचायती राज को भी एडवर्स एंट्री

- डीएम और सीडीओ को गांव का दौरा कर सफाई व्यवस्था जांचने के दिए निर्देश

GORAKHPUR: गोरखपुर के साथ ही प्रदेश के डेवलपमेंट पर आलाधिकारियों को जोर है। सीएम का शहर होने की वजह से जरा सी भी लापरवाही कोई भी अधिकारी बर्दाश्त करने का तैयार नहीं है। बुधवार को आयुक्त सभागार में ऑर्गनाइज हुई कमिश्नर अनिल कुमार की समीक्षा बैठक में यह देखने को भी मिला। बैठक के दौरान जरूरी तैयारियों और दस्तावेज न लेकर आने पर अधिकारियों का न सिर्फ कड़ी फटकार लगी, बल्कि उन पर तत्काल एक्शन भी हुआ। कमिश्नर को भेजी जाने वाली रिपोर्ट में विसंगति होने पर डीएम कुशीनगर और एडी बेसिक एजुकेशन से स्पष्टीकरण मांगा, तो वहीं उप निदेशक पंचायत राज को एडवर्स एंट्री देने के निर्देश दिए। वहीं टूरिज्म ऑफिसर के अब्सेंट होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।

इंफेफेलाइटिस पर दें खास ध्यान

कमिश्नर ने डीएम और सीडीओ को निर्देश दिया कि वह अपने जनपदों के डीपीआरओ के साथ रेग्युलर गांव का दौरा करें। इस दौरान सफाई व्यवस्था और इंसेफेलाइटिस प्रभावित गांव व एरिया का खास ध्यान दिया जाए। उन्होंने इंसेफलाइटिस प्रभावित गांव में स्वच्छ शौचालय बनाने की अनिवार्यता पर जोर दिया। वनटांगिया गांव में एक हफ्ते के अंदर सर्वे पूरा कराकर उन्हें शासन की योजनाओं का फायदा दिलाने के निर्देश दिए। साथ ही जनपद के संबंधित सीनियर ऑफिसर्स को वनटांगिया व मुसहर बाहुल्य गांवों में कैंप करने के लिए निर्देशित किया।

हॉस्पिटल फेकें कूड़ा तो भेजें नोटिस

इस दौरान उन्होंने महानगर में नियमित सफाई के लिए नगर आयुक्त नगरपालिका व नगर पंचायत क्षेत्रों के अधिकारियों के साथ गांव में जिला पंचायत राज अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि हॉस्पिटल या नर्सिसिंग होम सड़कों पर गंदगी फेकें, तो उनको फौरन ही नोटिस भेजकर जुर्माना लगाया जाए। वहीं जहां भी नगरनिगम, नगरपालिका व न्याय पंचायतों के साथ गांव में सफाई कर्मियों के लिए सामान की जरूरत हैं, वहां उसे फौरन खरीदकर मुहैया कराया जाए। गांव में वेस्ट डिस्पोजल के लिए डंपिंग ग्राउंड बनाने का निर्देश दिया। सभी गांव में उनके एरिया के हिसाब से जगह-जगह पर डस्टबिन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने गांव के तालाब और पोखरों का सौंदर्यीकरण करने के निर्देश दिए।

दागी ठेकेदारों की मांगी लिस्ट

इस मौके पर उन्होंने सभी निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया कि वे दागी ठेकेदारों की लिस्ट चिन्हित कर लें। इन सबकी लिस्ट तत्काल अपने जनपद के डीएम को सौंप दें। डीएम अपने सीनियर अधिनस्थों के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्रों का नियमित औचक निरीक्षण कराएं और जो चिकित्सक या पैरामेडिकल स्टाफ अब्सेंट होता है, उनके खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने डीएफओ को भी वन माफियाओं को प्वाइंट आउट कर उनकी लिस्ट डीएम को सौंपने के निर्देश दिए।

विकास योजनाओं की हुई समीक्षा

बैठक के दौरान कमिश्नर ने सर्किट हाउस में एनएक्सी बनवाने, नलकूप विभाग के गेस्ट हाउस और वन विभाग के डाक बंगलों की कंडीशन सुधारने के लिए डीएम को निर्देशित किया। इसके लिए एक हफ्ते में प्रपोजल तैयार कर भेजने का कहा। इस दौरान गोलघर में अंडरग्राउंड बिजली केबल डालने का भी प्रस्ताव मांगा। बैठक में नेशनल हाईवे, सिंचाई, एम्स, ऑडिटोरियम, फर्टिलाइजर, रामगढ़ताल के सौंदर्यीकरण के साथ एयरपोर्ट निर्माण की समीक्षा भी हुई। बैठक में डीएम गोरखपुर संध्या तिवारी के साथ ही मंडल के सभी अधिकारी मौजूद रहे।