-शिफ्टिंग की कार्यवाही में गुजार दिए दो साल
-विभागों के बीच तालमेल का अभाव, फंसा मामला
GORAKHPUR: एक तरफ सरकार और नगर निगम का जोर गोरखपुर शहर को खूबसूरत बनाने पर है। वहीं, बिजली विभाग उदासीन है। शहर की सड़कों पर खड़े खंभे राहगीरों के लिए परेशानी के साथ-साथ खूबसूरती को भी छिन रहे हैं। बिजली के खंभे और तार हटाने के लिए विभागों के बीच गुत्थमगुत्थी का खामियाजा पब्लिक भुगत रही है। एक ओर जहां दो साल से रास्तों में खड़े खंभे ट्रैफिक के लिए सिरदर्द बने हैं। वहीं, दूसरी ओर इससे सड़कों के चौड़े होने का फायदा नहीं मिल रहा है।
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि खंभे हटाने के संबंध में प्रक्रिया अपनाई जा चुकी है। कुछ जगहों पर दूसरे विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। चौड़ीकरण वाले रास्तों पर काम भी चल रहा है।
दूर नहीं हो पा रही मोहद्दीपुर चौराहे की प्रॉब्लम
सर्किट हाउस से लेकर एयरफोर्स तक सड़क की चौड़ीकरण का काम चल रहा है। करीब साढ़े आठ किलोमीटर सड़क के निर्माण में करीब 90 करोड़ रुपए का बजट एलाट किया गया है। जबकि, इस रास्ते में पड़ने वाले बिजली के खंभों की शिफ्टिंग के लिए बिजली निगम के अधिकारियों ने 45 करोड़ रुपए के खर्च का आंकलन दिया था। तभी से यह मामला पेडिंग है। सड़क बनाने के लिए मिट्टी की पटाई और गिट्टी की कुटाई काम चल रहा है। लेकिन इस रूट पर खंभों को नहीं हटाया जा सका है। सबसे ज्यादा खराब हालत मोहद्दीपुर चौराहे पर है। चौराहे का चौड़ीकरण कराने के बाद जिम्मेदार इसको भूल गए हैं। सड़क के एक किनारे पर दो खंभों से हाई टेंशन लाइन गुजरती है। खंभों के बगल में एक हैंडपंप लगा है।
मोहद्दीपुर से बरगदवां तक होगा साफ
शहर में मोहद्दीपुर से लेकर बरगदवा तक सड़क को चौड़ा किया जाना है। इस रास्ते में करीब दो सौ बिजली के खंभों को शिफ्ट करना पड़ेगा। पोल और ट्रांसफार्मर से जुड़े तारों को हटाने के लिए बिजली निगम के अधिकारियों ने करीब 51 करोड़ रुपए का इस्टीमेट तैयार किया है। योजना बनी है कि तार और खंभों को हटाकर अंडरग्राउंड कर दिया जाएगा। हालांकि इस मामले में पीडब्ल्यूडी को निर्णय लेना है। अधिकारियों का कहना है कि इस वजह से यहां अभी कोई काम नहीं शुरू हो सका है। बिजली विभाग, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम और जीडीए के फेर में शिफ्टिंग का वर्क लटकता चला जा रहा है।
तोरणद्वार भी खड़ी कर रहे मुसीबत
शहर में जगह-जगह तोरणद्वार बनाए गए हैं। लोहे के तोरणद्वार सड़क के एक ओर से लेकर दूसरी ओर तक फैले हैं। इनका इस्तेमाल सूचना देने से ज्यादा विज्ञापन करने के काम आता है। सड़कें चौड़ी होने के बाद तोरणद्वार के अगल-बगल खाली जगह बच गई है। तोरणद्वार की चौड़ाई न बढ़ाए जाने से बची जगह का सदुपयोग नहीं हाे पाता है।
कहीं पेड़ को विभाग बने वजह
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पोल की शिफ्टिंग का काम शुरू कर दिया है। कुछ जगहों पर पेड़ों की कटिंग न होने की वजह से काम प्रभावित हो रहा है। असुरन रोड पर पेड़ों की कटिंग का मामला फंसा है। इसकी प्रक्रिया लंबित चल रही है। मोहद्दीपुर में तार हटाने के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से बातचीत चल रही है। हालांकि अभी इस मामले में कोई फाइनल डिसीजन नहीं आ सका है।
इन जगहों पर नजर अाते खंभे
धर्मशाला ओवरब्रिज से असुरन चौक
असुरन पादरी बाजार रोड
मोहद्दीपुर चौराहा
पैडलेगंज मोहद्दीपुर रोड
मोहद्दीपुर एयरफोर्स रोड
कूड़ाघाट तिराहा
गोरखनाथ बरगदवां रोड
यह होती है प्रॉब्लम
सड़क चौड़ी होने के बावजूद पोल की वजह से रास्ता नहीं मिल पाता है।
पोल से सटे वाहन खड़े करके सवारियां भरी जाती है। इससे जाम लगता है।
पुलिस के नजर फेरने पर सड़क के दोनों ओर पोल के किनारे दुकानें लगा ली जाती हैं।
खंभे न हटने पर पिच रोड के चौड़ा होने का कोई फायदा राहगीरों को नहीं मिल पा रहा है।
सड़क पर खंभे होने से रोजाना कोई न कोई वाहन लेकर टकरा जाता है।
वर्जन
कुछ जगहों पर बिजली के खंभे हटाने के संबंध में प्रक्रिया चल रही है। असुरन रोड पर पेड़ों को लेकर विवाद सामने आने से मामला पेडिंग हो गया था। मोहद्दीपुर इलाके में तार-पोल हटाने के लिए पीडब्ल्यूडी ने जिम्मेदारी ली थी। लेकिन इसमें अभी कोई प्रगति नहीं है। उम्मीद है कि जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। अन्य जगहों पर पोल, ट्रांसफार्मर की शिफिंटिंग चल रही है।
एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण मंडल