GORAKHPUR: हर वार्ड में विकास कराने और शहरवासियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए नगर निगम प्रशासन की ओर से वित्तीय वर्ष ख्0क्9-ख्0 में करीब दो अरब 79 करोड़ म्9 लाख का बजट पास किया गया था। अभी तक विभागीय और अधिष्ठान मिलाकर करीब भ्0 परसेंट से अधिक बजट खर्च किया जा चुका है। इसक बावजूद बजट में अंकित नई सुविधाओं का पब्लिक को अभी इंतजार है। वहीं, वार्डो में भी विकास को उचित रफ्तार नहीं मिलती नजर आ रही है।
लाभ से वंचित पब्लिक
पब्लिक की सुविधा के लिए कुछ योजनाएं जरूर शुरू हुईं। लेकिन अभी जनता को पूरी तरह से इनका लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है। हालांकि निगम प्रशासन का दावा है कि फ्क् मार्च तक हर योजना को पूरा किया जाएगा और यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि पब्लिक तक इसका लाभ पहुंचे।
इनका अभी है इंतजार
योजना
मरे जानवरों के निस्तारण के लिए कंट्रोल रूम
स्थिति
योजना का इंतजार
योजना
साइकिल वालों से शुल्क नहीं लिया जाएगा। पार्किग स्थल पर बोर्ड लगाया जाएगा।
स्थिति
अभी तक बोर्ड नहीं लगे
योजना
सभी पार्किग स्मार्ट होंगी। सेंसर, कैमरा की व्यवस्था होगी।
स्थिति
सुविधा इन वेटिंग
योजना
नगर निगम संपत्तियों से किराए की वसूली मार्च तक पूरी करने का फैसला
स्थिति
वसूली की स्थिति बेहतर नहीं
योजना
रोड पर अतिक्रमण करने वाले कार बाजार और शोरूम संचलाकों से किराया वसूला जाएगा।
स्थिति
अभी तक एक्शन का इंतजार
योजनाओं पर हुआ खर्च
मद मूल प्राविधान अप्रैल से दिसंबर क्9 तक खर्च
राज्य वित्तीय आयोग अनुदान 89 करोड़ फ्ख् लाख 7म् करोड़ 88 लाख
केंद्रीय वित्त आयोग अनुदान म्ख् करोड़ म् लाख ख्क् करोड़ ख्9 लाख
अवस्थापना विकास निधि - क्8 करोड़ 7ब् लाख क्0 करोड़ 97 लाख
जल निकासी - भ् करोड़ ब्0 लाख क् लाख 7म् हजार
अमृत मिशन अनुदान - क् करोड़ फ्भ् लाख क् करोड़ भ्9 हजार
स्वच्छ भारत मिशन अनुदान - क्म् करोड़ 97 लाख क् करोड़ क्9 हजार
नया सवेरा योजना - क्8 करोड़ 90 लाख म् करोड़ 8भ् लाख
शवदाह स्थलों का विकास - ख् करोड़ 97 लाख ख् करोड़ 7म् लाख
कान्हा गौशाला एवं बेसहारा पशु आश्रय योजना 8 करोड़ 90 लाख 8 करोड़ फ्फ् लाख
शहर के झील तालाब एवं पोखरों की संरक्षण योजना ख् करोड़ 9फ् लाख ब्म् लाख 7क् हजार
मांगा खर्चो का डाटा
निगम प्रशासन की ओर से वित्तीय वर्ष ख्0ख्0-ख्क् के लिए बजट तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए निगम के सभी विभागों से वित्तीय वर्ष क्9-ख्0 मे किए गए खर्चो के बिल मांग गए हैं। जिससे अगले माह खर्च संबंधी सारी तस्वीर साफ हो जाएगी।
मार्च के पहले सप्ताह में
निगम प्रशासन की ओर से युद्धस्तर पर वित्तीय वर्ष ख्0ख्0-ख्क् का बजट तैयार किया जा रहा है। लेखा विभाग अफसरों की मानें तो मार्च के पहले सप्ताह तक नए बजट को तैयार कर लिया जाएगा।
वर्जन
आवेरऑल बजट की बात की जाए तो विकास कार्य में काफी पैसे खर्च हो चुके हैं। अभी क्ब्वें वित्त आयोग के ख्0 करोड़ रुपए शेष बचे हैं। बैठक न होने की वजह से अभी पेंडिंग है। जो भी बजट प्राविधान किए गए हैं उसे पूरा किया जा रहा है।
अंजनी कुमार सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम