पब्लिक में नाराजगी इस कदर है कि वह स्ट्रीट डॉग्स की जान भी ले रहे हैं। गोरखपुर में कई घटनाएं इसकी गवाह भी है। गुस्साई पब्लिक का कहना है कि स्ट्रीट डॉग्स के आतंक की वजह से बच्चों को घर के बाहर, पार्कों में खेलने के लिए भेजने पर डर लग रहा है। नगर निगम से अपील की कि स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ा जाए। कुछ ठोस एक्शन हो जिससे आतंक से निजात मिले।

कौड़ीराम में बच्चे को दौड़ाकर काटा
कौड़ीराम में मंगलवार को सात वर्षीय गणेश को स्ट्रीट डॉग्स ने दौड़ाकर काट लिया। बताया जा रहा है कि गणेश घर के बाहर खेल रहा था। स्ट्रीट डॉग्स के नजदीक आने पर गणेश ने उसे पुचकारा तो वह झपट पड़ा। गणेश भागा तो उसे दौड़ाकर काट लिया।

रात में खौफनाक स्ट्रीट डॉग्स
स्ट्रीट डॉग्स रात में खौफनाक होते जा रहे हैं। रात में सड़क से गुजरने वालों को दौड़ा रहे हैं। कई बार तो लोग हादसे के शिकार हो जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि नगर निगम में शिकायत करना भी बेमतलब साबित हो रहा है। स्ट्रीट डॉग्स पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

जिला अस्पताल में रोज सैकड़ों केस
डॉग बाइट की घटना का आलम यह है कि जिला अस्पताल में रोजाना करीब 250 से ऊपर केस आ रहे हैं। यह केस जिले भर के हैं। जिला अस्पताल की एआरवी मेडिकल ऑफिसर डॉ। नम्रता सिन्हा ने बताया कि इस समय डॉग बाइट की घटना बढ़ी है। रोजाना कक्ष में पीडि़तों की भीड़ जुट रही है। सभी का प्रॉपर इलाज किया जा रहा है।

जहर देकर कुत्तों मार डाला
जुलाई 23 में छह स्ट्रीट डॉग्स और उनके शावकों को जहर देकर मार डाला गया था। गोलघर के पास एक कॉम्प्लेक्स में घटना हुई थी। कुत्तों को मारने वाला आरोपी मोबाइल व्यापारी था। कॉम्प्लेक्स के अन्य दुकानदारों ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। कैंट पुलिस ने छानबीन शुरू की तो सीसीटीवी में व्यापारी की करतूत दिखी।

सहारा स्टेट को कुत्ते को मारी थी गोली!
सहारा स्टेट में विगत दिनों कुत्ते को गोली मारने की घटना सामने आई थी। हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके शरीर में गोली नहीं मिली। रिपोर्ट के मुताबिक मल्टीपल आर्गन फेल होने से मौत का कारण बताया गया। दरअसल, रिपोर्ट सहारा एस्टेट में 13 फरवरी को कुत्ते को गोली मारने की घटना सामने आई। आरोप था कि कुत्ते ने वहीं के रहने वाले एक बच्चे को काट लिया था। इससे पिता गुस्साए थे।

एडीजे पर कुत्तों ने किया था हमला
तीन फरवरी को सेशंस हाउस परिसर सिविल लाइन में सुबह टहलते समय एडीजे जय प्रकाश पर स्ट्रीट डॉग्स ने हमला कर दिया था। हालांकि उन्होंने खुद को किसी तरह बचा लिया था। जानकारी पर परिवार के लोग भी पहुंच गए। परिसर में रहने वाले लोगों ने बताया था कि स्ट्रीट डॉग्स की संख्या काफी बढ़ चुकी है। सुबह सैर पर निकलने वाले लोगों को स्ट्रीट डॉग्स दौड़ाते हैं।

ये है कानून
कानून के अनुसार स्ट्रीट डॉग्स को उनके क्षेत्र से स्थानांतरित या हटाया नहीं जा सकता है। पेट डॉग्स समेत किसी भी स्ट्रीट डॉग्स को छेडऩा या उसके साथ बुरा व्यवहार करना अपराध है। हालांकि, नगर निगम ने गोरखपुर में एनिमल बर्थ सेंटर (एबीसी) की कवायद शुरू की है। इसके बनकर तैयार होने के बाद स्टरलाइजेशन के बाद स्ट्रीट डॉग्स को उनके मूल स्थान पर छोड़ा जाएगा। साथ ही अन्य सुविधाएं भी होंगी।

कुत्ता काटने पर ये करें काम
- कुत्ते के काटने पर अगर आपको मामूली सी चोट आई या फिर खरोंच है तो सबसे पहले चोट को साफ पानी से धो लें।
- वायरस फैलने से रोकने के लिए एंटी बैक्टीरियल क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- घाव अगर कम है तो आप पट्टी या कपड़ा न बांधे। खुला रहने दें।
- जितने जल्दी से जल्दी या 24 घंटे के अंदर डॉक्टर को दिखाएं और एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाएं
- ब्लड बह रहा है या मांस दिख रहा है तो पट्टी जरूरी बांधे।

स्ट्रीट डॉग्स पर नगर निगम लगातार कार्रवाई कर रहा है। जहां से भी शिकायत आती है, कार्रवाई की जाती है। एनिमल बर्थ सेंटर की कवायद भी चल रही है। हालांकि कुछ नियम कानून नगर निगम आड़े आ रही है।
निरंकार सिंह, अपर नगर आयुक्त

नगर निगम अफसरों को स्ट्रीट डॉग्स पर प्रभावी कार्रवाई के लिए कई बार पत्र लिखा गया। इसके बाद कुछ मामूली एक्शन करके इतिश्री कर लिया गया। गोरखपुर में स्ट्रीट डॉग्स का आतंक है। नगर निगम अफसर इस पर कार्रवाई करने में नाकाम है। यही कारण है कि घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

अशोक यादव, पार्षद व सपा दल के नेता

जिला अस्प्ताल में प्रतिदिन 250 ज्यादा केस आ रहे हैं। एआरवी की कोई कमी नहीं है, जो भी पीडि़त आ रहा है, उसका इलाज किया जा रहा है।
डॉ। नम्रता सिन्हा, एआरवी मेडिकल ऑफिसर