गोरखपुर (ब्यूरो)।तस्कर पिकप से फरार हो गए। पुलिस ने मौके से एक बाइक बरामद की है। पुलिस का कहना है कि कोई तस्कर नहीं आए थे। बरामद बाइक रात में लावारिश पड़ी थी। जिसे उठाकर चौकी पर लाए।

पिकप और बाइक से आए थे तस्कर

जानकारी के अनुसार चार पशु तस्कर मंगलवार-बुधवाररात 1:30 बजे महुआडाबर गांव में पशुओं की चोरी करने पहुंचे। इसमें तीन पिकप से और एक बाइक से पहुंचा था। बाइक सवार तस्कर संतोष जायसवाल के घर के सामने काले रंग की बाइक को खड़ा कर पशुओं की रेकी कर रहा था। अन्य तस्कर पिकप गांव के चौराहे पर खड़ा कर भैंस खोलने के इरादे से लक्कड़ पासवान के छप्पर तक रस्सी बिछा रहे थे। इसी दौरान पत्तल बनाने वाले जायसवाल ट्रेडर्स के एक कर्मचारी ने तस्करों को देख लिया और शोर मचाने लगा। कर्मचारी की आवाज सुनकर स्थानीय लोग जग गए और चौराहे पर पहुंच गए।

पुलिस को देख शुरू कर दी पत्थरबाजी

इधर, तस्कर ग्रामीणों को आता देख पिकप लेकर भागने लगे। ग्रामीणों की सूचना पर बरडाड़ चौराहे पर मौजूद दो पुलिसकर्मी भी महुआडाबर गांव के चौराहे पर पहुंच गए। पुलिस को आता देख पशु तस्कर पत्थर चलाने लगे। बचाव में ग्रामीणों ने भी पत्थर चलाए। आरोप है, पुलिस की मौजूदगी में तस्कर रेकी करने वाले आपने साथी को पिकप से लेकर फरार हो गए। उसकी बाइक संतोष के घर पास से पुलिस ने बरामद की। आरोप है कि बाइक को पुलिस थाने ले जा रही थी, लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने बाइक के दोनो पहिए की हवा निकाल दी। ग्रामीणों ने बताया कि पिकप और बाइक दोनो बिना नंबर प्लेट का था। इस घटना के संबंध में चौकी प्रभारी महुआडाबर जितेश श्रीवास्तव ने बताया कि बाइक लावारिस खड़ी थी। इसलिए उसे चौकी पर लाया गया। खजनी थाने को रिपोर्ट कर दी गई है। पशु तस्करों और पत्थरबाजी की सूचना की जानकारी नहीं है।

तीन बजे रात बाइक लेने पहुंचीं तीन महिलाएं

पशु तस्करों द्वारा छोड़ी गई बाइक जिसे पुलिस चौकी पर ले गई थी। आरोप है कि उस बाइक को लेने के लिए तीन महिलाएं रात के तीन बजे खोजते हुए पहुंचीं। आरोप है कि महिलाएं जायसवाल ट्रेडर्स पर पहुंचकर बाहर खड़ी बाइक को मांगने लगीं। कर्मियों द्वारा बाहर निकलने को कहा गया और बताया गया कि बाइक पुलिस ले गई। महिलाएं कर्मियों के साथ पुलिस को गाली देते हुए ईंट पत्थर चलाने लगीं। एक महिला फंसाने की धमकी देने लगी। तीनों महिलाओं द्वारा दी गई गाली और धमकी का वीडियों भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।

कब-कब पुलिस पर तस्करों ने किया हमला

- 17 जून को पशु तस्करों को शाहपुर और गुलरिहा पुलिस पर फायरिंग कर भाग रहे तस्करों की पिकअप भटहट के पास दुकान में टकराने के बाद मिट्टी में फंस गयी, जिसके बाद तस्कर गाड़ी छोड़ फरार हो गए।

- 13 जून को गुलरिहा इलाके के मेडिकल कॉलेज रोड पर क्राइम ब्रांच और गुलरिया पुलिस की तस्करों से मुठभेड़ हुई। तस्कर पुलिस पर फायरिंग कर फरार हो गए।

-11 जून को शाहपुर के आवास-विकास कॉलोनी में इन तस्करों का विरोध करने वाले इंजीनियर पुत्र पर तस्करों ने जानलेवा हमला कर दिया।

-9 जून को कैंट के छात्रसंघ चौराहे पर एक दरोगा पर की गाड़ी पर भी तस्करों ने ईंट-पत्थर चलाए।

- सितंबर 2022 में चौरीचौरा पुलिस पर सोनबरसा में फायरिंग कर तस्करों ने भागने का प्रयास किया। तब एक तस्कर के पैर में पुलिस की जवाबी कार्रवाई गोली लगी थी। इसमे दो तस्कर पकड़े गए थे।