गोरखपुर (ब्यूरो)। थ्री डी मैप के जरिए जमीन और उस पर बनने वाले मकान को दिखाकर ठगों ने ग्राहकों से जमीन बुक कराते समय बीस फीसदी राशि जमा करा दी। बाकी की रकम किस्त में देनी थी। जमीन, मकान नहीं मिलने के बाद एक साथ 13 लोगों ने सीएम के जनता दर्शन में बीते दिनों शिकायत की थी, जिसके बाद रामगढ़ताल थाने में बुद्ध विहार कॉमिर्शियल निवासी अमित कुमार दुबे, अमलेश पांडेय, विशाल राय, शिवरतन मिश्रा उर्फ त्रिलोकी और हौशिला मिश्रा पर केस दर्ज किया है।
ताल नदौर के पास दिखाई थी जमीन
पीडि़तों ने दी अपने तहरीर में लिखा है कि 11 अक्टूबर 2017 को कंपनी के कार्यालय में मुलाकात हुई थी। तब खुद को कंपनी का अधिकारी बताने वाला अमित कुमार दुबे, अमलेश पांडेय, विशाल राय ने एक एक प्रॉसपेक्टस दिया गया और शहर से निकट बेलीपार के पास ताल नदौर में स्थित आवासीय प्लाट का थ्री डी मैप दिखाए और बताए कि सारी सुविधाओं से सम्पन्न कंपनी कॉलोनी का निर्माण कर रही है, आसान किस्तों पर इस प्लॉट को खरीद सकते है। प्लाट खरीदने का शर्त यह है कि जमीन के कुल मूल्य का 50 प्रतिशत भुगतान 12 किश्तों में अदा करना था और रजिस्ट्री करते समय 20 प्रतिशत भुगतान और करके रजिस्ट्री बयनामा कराना था। शेष 30 प्रतिशत धनराशि जरिए चेक छह किश्तों में जमा करना था, जिसे कंपनी एडवांस छह चेक उक्त वर्णित धनराशि का प्राप्त कर लेती और नियत समय पर चेक कंपनी के खाते में कैश हो जाता। जमीन नहीं मिजने पर ग्यारह मार्च 2023 को कार्यालय पर गए तो बंद मिला और पता चला कि यह सभी जालसाज थे। जालसाज ने किरन देवी से 1.20 लाख, शीला सिंह पत्नी संतोष से 1.20 लाख, मृत्युंजय त्रिपाठी से 1.60 लाख, उर्वशी ओझा पत्नी चंद्रप्रकाश से 2. 21 लाख, पूनम मिश्रा पत्नी विपिन मिश्रा से 1.5 लाख, शैलेंद्र पासवान से 81 हजार, विमला देवी पत्नी विद्याधर पांडेय से 2.89 लाख, दीक्षा सिंह पुत्री एबी सिंह से 1.18 लाख, उर्मिला देवी पत्नी दीनानाथ कसौधन से 2.10 हजार लाख, अफजल अहमद से 4.92 लाख रुपये की जालसाजी हुई है। एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।