गोरखपुर (ब्यूरो)।दूसरी ओर बिल बनाने वाले एलएडटी कंपनी के कर्मचारी भी अपनी सैलरी न मिलने से परेशान हैं। ऐसे में न तो बिजली बिल बन रहे हैं और न ही कंज्यूमर्स के मोबाइल पर ऑनलाइन मैसेज जा रहे हैं। अब तक पहले सप्ताह में 90 परसेंट स्मार्ट मीटर बिजली का बिल बन जाता था, लेकिन इस बार एक भी कंज्यूमर का बिजली बिल नहीं बन पाया है।

जिम्मेदार नहीं दे पा रहे जवाब

स्मार्ट मीटर से बिलिंग नहीं होने की वजह से जिम्मेदार एलएंडटी और ईईएसएल कोई जवाब नहीं दे पा रहा है। सूत्रों की मानें तो एलएंडटी कंपनी अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहा है। लोग बिल के लिए बिजली विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई कुछ बता नहीं पा रहा है। बिजली निगम पिछले महीने से अपने बिजली कंज्यूमर्स को समय से बिल नहीं उपलब्ध करा पा रहा है फिर भी राजस्व के लिए कार्रवाई करते रहते हैं।

पहले सप्ताह में बन जाते थे 90 परसेंट बिल

जबकि स्मार्ट मीटर कंज्यूमर्स के बिल 90 परसेंट पहले सप्ताह में बिजली बिल बन जाते थे। साथ ही कंज्यूमर को मैसेज मिल जाता था और वह समय पर बिजली बिल का पेमेंट कर देते थे, लेकिन पिछले महीने से स्मार्ट मीटर का बिल नहीं बनने से स्मार्ट मीटर कंज्यूमर को प्रॉब्लम झेलनी पड़ रही है।

केस 1-राप्तीनगर स्थित राजीव नगर के रहने वाले शिव प्रताप सिंह के परिसर में स्मार्ट मीटर लगा हैं। पिछले माह से मोबाइल पर बिजली बिल का मैसेज आ रहा है और न ही मीटर की रीडिंग लेने मीटर रीडर आ रहा है। इसकी वजह से बिजली का बिल नहीं जमा हो पा रहा है।

केस 2-गोरखनाथ एरिया के रहने वाले अब्दुल रशिद के परिसर में स्मार्ट मीटर लगा हुआ है। उन्हें पिछले महीने से बिजली का बिल नहीं मिल रहा है और न तो मैसेज आ रहा है। साथ ही बिजली की भी प्रॉब्लम हो रही है। इसे लेकर वह काफी परेशान है और बिजली ऑफिस का चक्कर लगा रहे हैं। समाधान नहीं हुआ है।

सॉफ्टवेयर बदलने पर आई प्रॉब्लम

जनवरी में बिजली निगम का सॉफ्टवेयर बदलने के कारण स्मार्ट मीटर वाले कंज्यूमर्स को सबसे ज्यादा प्रॉब्लम हो रही है। पिछले महीने नौ जनवरी के बाद बिल बनने शुरू हुए, लेकिन कंज्यूमर के मोबाइल नंबर पर मैसेज नहीं पहुंचा। अभियंताओं ने कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टब्रो के अफसरों से बात की तब कहीं जाकर मैसेज जाना शुरू हुआ। अब इस महीने प्रॉब्लम शुरू हो गई है।

डिवीजन कंज्यूमर

टाउनहाल 6050

बक्शीपुर 17410

मोहद्दीपुर 18818

राप्तीनगर 14120

कुल स्मार्ट मीटर कंज्यूमर 56398

7,000 प्रीपेड मीटर

1,36,920 इलेक्ट्रिक मीटर

20,0000 सिटी में कंज्यूमर्स की संख्या

जनवरी में कम जमा हुए रुपए

स्मार्ट मीटर के बिल न बनने के कारण जनवरी में सिर्फ 56.13 परसेंट कंज्यूमर्स ने ही बिल जमा किए। इससे पहले 75 परसेंट से ज्यादा कंज्यूमर हर महीने बिल जमा कर देते थे।

स्मार्ट मीटर के बिन न बनने से राजस्व नहीं जमा हो पा रहा है। कंज्यूमर भी परेशान हैं। कार्यदायी संस्था को पत्र लिखकर जल्द से जल्द बिल बनवाने को कहा गया है।

ई। यूसी वर्मा, एसई शहर

बिजली निगम के नए सॉफ्टवेयर में स्मार्ट मीटर के बिल का डाटा पहुंचने में थोड़ी तकनीकी प्रॉब्लम हो रही है1 एक से दो दिन में सभी का बिल बन जाएगा।

लुकमान खान, सिटी हेड, लार्सन एंड टर्बाे