गोरखपुर (ब्यूरो)। इससे पीडि़तों को साइबर थाने पर दौडऩे की बजाय अपने नजदीकी थाने पर ही हेल्प मिल जाएगी।

दरअसल, साइबर फ्रॉड के शिकार लोग जब जिले के थानों पर अपनी शिकायत लेकर पहुंचते हैं तो यहां तैनात पुलिसकर्मी कुशल प्रशिक्षण न होने के चलते उन्हें जिला मुख्यालय पर बने साइबर थाने में भेज देते हैं। ऐसे में गांव-देहात में रहने वाले लोग जबतक वहां पहुंचते हैं, तबतक साइबर क्रिमिनलअपने कारनामे को अंजाम देने के बाद नए शिकार की तलाश में लग जाते हैं। ये इतने शातिर होते हैं कि लगातार नजर रखने के बावजूद कई बार पुलिस भी इन्हें ट्रेस नहीं कर पाती। इस समस्या को देखते हुए एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने सभी थानों में साइबर एक्सपर्ट तैनात करने का निर्देश दिया है।

साइबर नॉलेज टेस्ट के बाद होगी तैनाती

एसएसपी के निर्देश पर ट्रेनिंग प्लान तैयार करने वाली एएसपी/ सीओ कैंट अंशिका वर्मा ने बताया कि थानों में साइबर एक्सपर्ट की तैनाती के लिए संडे को साइबर नॉलेज टेस्ट लिया जाएगा। पुलिस लाइन्स में आयोजित इस एग्जाम में जिले के सभी थानों में तैनात दो से तीन कांस्टेबल को शामिल होने का मौका दिया जाएगा। एएसपी ने बताया कि इस टेस्ट के माध्यम से कांस्टेबल्स की साइबर नॉलेज चेक की जाएगी। इसके बाद उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए साइबर एक्सपर्ट्स को आमंत्रित किया जाएगा। ट्रेनिंग के बाद सभी थानों में दो-दो साइबर एक्सपर्ट की तैनाती कर दी जाएगी। इससे साइबर क्राइम के शिकार हुए लोगों को तत्काल मदद मिल सकेगी। वहीं, क्राइम होने के तुरंत बाद ट्रेसिंग शुरू हो जाने से जालसाज भाग नहीं पाएंगे।

टेस्ट में 80 कांस्टेबल होंगे शामिल

संडे को पुलिस लाइन्स में आयोजित होने वाले टेस्ट में हर थाने से दो से तीन कांस्टेबल एग्जाम देने आएंगे। एएसपी अंशिका वर्मा ने बताया कि एग्जाम देने वाले कांस्टेबल्स को मिलने वाली मार्किंग के आधार पर उनकी आगे की ट्रेनिंग का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद जिले के सभी 29 थानों पर दो-दो साइबर एक्सपर्ट की तैनाती कर दी जाएगी। ये एक्सपर्ट स्पेशली साइबर क्राइम के केसेज पर ही काम करेंगे। इससे क्राइम होने के बाद तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।

साइबर क्राइम पर प्रभावी लगाम लगाने के लिए सभी थानों में दो-दो साइबर एक्सपर्ट की तैनाती का निर्णय लिया गया है। इसके लिए संडे को साइबर नॉलेज टेस्ट का आयोजन किया जा रहा है। टेस्ट में मिलने वाली मार्किंग के आधार पर कांस्टेबल्स का चयन किया जाएगा।

- अंशिका वर्मा, एएसपी/सीओ कैंट