गोरखपुर (ब्यूरो)।हॉस्पिटल संचालक के बेटे रंजीत एवं नर्स गीता को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। चार आरोपी अभी भी फरार चल रहे है।

चार जनवरी की है घटना

मिली जानकारी के अनुसार भटहट बॉस स्थान रोड स्थित सत्यम हॉस्पिटल में 4 जनवरी की भोर में एक गर्भवती महिला सोनावत की गर्भपात के दौरान मौत हो गई थी। जिसमे मृतक महिला के पति की तहरीर पर पुलिस हॉस्पिटल संचालक के बेटे रंजीत निषाद के खिलाफ 304,419,420,313,15(3) इण्डियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की धारा में केस दर्ज कर विवेचना कर रही थी।

विवेचना में बढ़ा नाम

जिसमें हॉस्पिटल संचालक सुबाष निषाद पुत्र स्व। पराग निवासी भटहट थाना गुलरिहा,नर्स गीता पुत्री रामाश्रय निवासी पनियरा महराजगंज, चिकित्सक डॉक्टर सुनील कुमार सरोज निवासी प्रयागराज, अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन नागेन्द्र राम पुत्र रामलाल निवासी बरवां खास थाना कप्तानगंज कुशीनगर,वार्ड ब्वाय अरुण कुमार पुत्र सदानंद निवासी नेवास पोखरा थाना पनियरा, वार्ड ब्वाय दिनेश पुत्र हरेंद्र कुशवाहा निवासी चंदरपुर गोबरी थाना रामकोला कुशीनगर का नाम प्रकाश में आने पर बढ़ाया गया।

पांच चल रहे थे फरार

इसमें से रंजीत निषाद व गीता को पुलिस जेल भेज चुकी थी। अन्य फरार चल रहे थे। 20 जनवरी को कोर्ट ने चिकित्सक सहित उपरोक्त पांचों फरार चल रहे अभियुक्तों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी की थी। गुलरिहा पुलिस ने दो मुकदमों में वांछित हॉस्पिटल संचालक सुभाष यादव को मंगलवार की सुबह नौ बजे भटहट बाजार से गिरफ्तार कर 419,420 आईपीसी एवं 15(3) इण्डियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की धारा में जेल भेज दिया है।