गोरखपुर (ब्यूरो)। जिनकी मदद से फ्रॉडस्टर तक पहुंचने में मदद मिलेगी। साथ ही फ्रॉड में हड़पे गए पैसों के वापस मिलने की भी संभावनाएं बढ़ जाएंगी। आइए जानते हैं कि साइबर फ्रॉड होने पर पीडि़तों को सबसे पहले क्या करना चाहिए और उन्हें कहां किस तरह की मिलेगी मदद।

मददगार बनेगा चक्षु और डीआईपी

साइबर क्राइम थाना के एसआई उपेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि दूर संचार मंत्रालय ने दो प्लेटफॉर्म चक्षु और डिजिटल इंटेलीजेंस प्लेटफार्म यानी डीआईपी लांच किया है। अगर साइबर फ्रॉड हो गया है तो डीआईपी पर रिपोर्ट करें। कोई ऐसी कॉल आपके पास आ रही है, जिससे साइबर क्राइम की आशंका है तो चक्षु पर रिपोर्ट करें।

संचार साथी पर रिपोर्ट इस तरह करें

वेबसाइट खोलें

। सिटीजन सेंट्रिक सर्विसेज पर क्लिक करें

। पहले बॉक्स में रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशन (चक्षु) दिखेगा, इसपर क्लिक करें

। विंडो खुलेगा, कंटीन्यू फॉर रिपोर्टिंग पर क्लिक करें

। पहला सवाल दिखेगा आपसे कैसे संपर्क किया गया? तीन ऑप्शन होंगे- एमएमएस, कॉल, वॉट्सएप, किसी एक को सेलेक्ट करें

। दूसरा सवाल: किस संंबंध में बातचीत हुई? केवाईसी सेक्सटॉर्शन जैसे कई ऑप्शन दिखेंगे, एक सेलेक्ट करें

। फिर स्क्रीन शॉट अटैच करना होगा, चूज फाइल पर क्लिक करके आप इसे अपलोड कर सकते हैं

। जिस दिन और समय पर कॉल, मैसेज आया, दर्ज कर देें

। इसके बाद नाम और नंबर दर्ज करें

। कैप्चा टाइप करें, वेरिफाई मोबाइल पर आया ओटीपी पर क्लिक करें

इस तरह करेगा काम

ऊपर दी गई रिपोर्ट की प्रकिया को पूरा करने के बाद जैसे ही फ्रॉडस्टर का नंबर एक्टिव होगा, वहां की पुलिस को सूचना मिलेगी। नंबर के ओनर से 2 दिन में केवाईसी के लिए कहा जाएगा। आउट गोइंग तत्काल बंद, केवाईसी ना करने पर एजेंसियां एक्शन लेंगे। इंटरनेट कॉल हैं तो एप आईपी एड्रेस मैप करेगा। जहां से लिंक, मैसेज या कॉल बल्क में किए जा रहे हैं, उसे ट्रेस करना आसान होगा।

शंका हो तो करें शिकायत

उपेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जरूरी नहीं है कि आपके साथ फ्रॉड हो, तभी आप शिकायत दर्ज कराएं। अगर आपके मोबाइल पर कोई ऐसी कॉल आती है, जिसपर आपको शक हो कि उस नंबर से फ्रॉड करने के लिए ही कॉल आई थी, तब भी आप शिकायत कर सकते हैं। आपके इस कदम से और लोगों के साथ उस नंबर से फ्रॉड नहीं हो पाएगा। इससे पहले ही उस नंबर कार्रवाई हो जाएगी।

ऐसे आइडियाज से रहें सावधान

। पैसे दोगुना करने की लालच देकर ठगी

। वाट्सएप पर लिंक भेजकर खाली कर दे रहे अकाउंट

। फेसबुक, वाट्सएप पर क्लोज दोस्त या रिश्तेदार की फोटो लगाकर ठगी

। सोशल मीडिया पर जॉब के नाम पर ठगी

। ओएलएक्स या सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर गाड़ी या घर बेचने के नाम पर ठगी

। बिजली का बिल जमा कराने के नाम पर ठगी

। क्लोज रिश्तेदार बन कॉल करके ठगी

। ऑनलाइन प्लेटफार्म पर फेक वेबसाइट बना ठगी

। सेक्सटार्शन से ठगी

। ऑनलाइन लोन के नाम पर ठगी

। गल्र्स को एयर हॉस्टेज बनाने के नाम पर ठगी

। रिमोर्ट कंट्रोल एप डाउनलोड करा ठगी

। फर्जी शादी डॉट कॉम बनाकर ठगी

। ऑनलाइन खरीदारी के नाम पर ठगी

। सोशल मीडिया पर विज्ञापन का लिंक भेजकर ठगी

। लाटरी या कार जीतने का दावा कर ठगी

एक माह में आ रहे इतने मामले

साइबर अपराध केस की संख्या

सेक्सटार्शन 02

स्टाकिंग, बदनाम करना 02

कस्टमर केयर, हेल्पलाइन 02

यूपीआई बेस्ड फ्रॉड 06

घर बैठे जॉब के नाम ठगी 3-4

दूर संचाल मंत्रालय द्वारा चक्षु और डीआईपी प्लेटफॉर्म लांच किया गया है। इसकी जानकारी हर किसी को इसके लिए अधिक से अवेयरनेस की जरूरत है। साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल पीडि़त शिकायत करे तो उनके पैसे वापस मिल सकते हैं। यह ऐसे प्लेटफॉर्म हैं, जिनपर घर बैठे शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

उपेन्द्र कुमार सिंह, एसआई, साइबर क्राइम थाना