गोरखपुर (ब्यूरो)। बताया गया है कि राजस्व लेखपाल ने फील्डबुक आख्या प्रेषित करने के संबंध में शिकायतकर्ता से पांच हजार रुपए घूस मांगी थी। यह घूसखोर लेखपाल की पहली पोस्टिंग है। एक्शन के बाद टीम ने लेखपाल के खिलाफ झंगहा थाने में करप्शन का मुकदमा दर्ज कराया।

जानकारी के अनुसार झंगहा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बैजुडीहा निवासी शिवदेव शुक्ल वरासत कराने के लिए हल्का लेखपाल अशोक कुमार भारती से मिले। राजस्व लेखपाल ने वादी से फील्ड बुक देने के लिए पांच हजार रुपए मांगे, जिसकी शिकायत शिवदेव शुक्ल ने एंटी करप्शन में 8 जनवरी को की। सूचना के आधार पर एंटी करप्शन की ट्रैप टीम ने जांच की। मामला सही पाए जाने पर शुक्रवार शाम करीब 5:11 बजे ट्रैप टीम ने बैजुडीहा निवासी शिकायतकर्ता के घर के पास घूस लेते हुए लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया। ट्रैप टीम के संतोष कुमार दीक्षित, शिवा मनोहर यादव, मनीष चन्द चौहान, सुबोध कुमार सिंह, निरीक्षक नीरज कुमार सिंह और शैलेंद्र कुमार सिंह ने लेखपाल को रुपयों के साथ पकड़ा। लेखपाल अशोक कुमार भारती के खिलाफ एंटी करप्शन टीम की तहरीर पर भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा के तहत झंगहा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।

लेखपाल ने लगाया आरोप

गिफ्तार लेखपाल अशोक कुमार भारती ने कहा, मुझे साजिशन फंसाया गया है। मैं यह नहीं जानता था कि जो कागजात हमारे हाथ में दिया जा रहा है। उसके अंदर रुपये भी रखे हैं। सूचना पर झंगहा थाने पर नायब तहसीलदार चौरीचौरा जाकिर हुसैन भी पहुंचे।

एंटी करप्शन टीम की साल 2023 की कार्रवाई

24 जनवरी: रुद्रपुर तहसील राजस्व विभाग का लिपिक विनोद प्रताप बहादुर 2 हजार रुपए लेते पकड़ाया।

14 फरवरी: बांसगांव के रजिस्ट्री डिपार्टमेंट में दस्तावेज लेखक प्रमोद कुमार गुप्ता 50 हजार रुपए लेते धराया। उसके बताए अनुसार प्रभारी उप निबंधक मुन्नीलाल को भी घुसखोरी का आरोपी बनाया गया।

14 मार्च: सतंकबीर नगर मेंहदावल तहसील के राजस्व लेखपाल अश्वनी कुमार मिश्रा 50 हजार रुपए लेते धराया।

28 मार्च: देवरिया ट्रेजरी में बाबू लेखाकार दिनेश उपाध्याय 10 हजार रुपए लेते धराया।

25 अप्रैल: बस्ती सदर तहसील के राजस्व लेखपाल मुदिता श्रीवास्तव को 20 हजार लेते पकड़ा गया।

26 मई: कुशीनगर कप्तानगंज तहसील के लेखपाल सुरेश शर्मा को 10 हजार रुपए लेते पकड़ा गया।

13 जून: देवरिया तहसील सदर कानूनगो जोखन प्रसाद 25 हजार रुपए लेते धराया।

8 अगस्त: बलिया बेल्थरा रोड तहसील का कानूनगो राघवेन्द्र सिंह 27 हजार रुपए लेते धराया।

5 सितंबर: देवरिया भाटपार रानी तहसील का कानूनगो संतोष तिवारी 15 हजार रुपए लेते धराया।

6 अक्टूबर: सहजनवां तहसील का चकबंदी लेखपाल अरविंद राम 10 हजार रुपए लेते धराया।

16 अक्टूबर: गोरखपुर तहसील सदर राजस्व लिपिक माल बाबू नाम से मशहूर नीतिन श्रीवास्तव 5 हजार लेते धराया।

17 नवंबर: सुर्यकुंड विद्युत विभाग का कार्यकारी सहायक संदीप कुमार 25 हजार लेते धराया।

साल 2022 में बना थाना

गोरखपुर में पिछले साल 2022 में एंटी करप्शन का थाना बनकर तैयार हुआ। गोरखपुर के एंटी करप्शन थाने से महाराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, संतकबीर नगर, बस्ती, आजमगढ़, मऊ और सिद्धार्थनगर के केस देखे जाते हैं। इन जिलों से शिकायत मिलने पर ट्रैप टीम वहां पहुंचकर कार्रवाई करती है।