गोरखपुर (ब्यूरो)। जहां डॉक्टर ने पहले तो जवाब दे दिया, फिर परिजनों के गुहार लगाने पर इलाज शुरू किया। छात्रा की हालत बेहद नाजुक है। कोमा की हालत में उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है।

केमेस्ट्री का पेपर देकर निकली छात्रा

जटेपुर उत्तरी निवासी सतीश सिंह रेलवे में गार्ड हैं। उन्होंने बताया कि उनकी 16 बेटी अक्षिता सिंह सीबीएसई से एफिलिएटेड नीधि आइडियल स्कूल बिछिया की 12वीं क्लास की छात्रा है। उसका सेंटर गोरखनाथ स्थित जेपी एजुकेशन एकेडमी में गया था। मंगलवार को केमेस्ट्री का पेपर था। हर दिन की तरह सुबह वह अक्षिता को सेंटर तक छोडऩे गए। वह अच्छे मूड में थी, उसपर कोई प्रेशर भी नहीं था।

स्कूल से निकली बेटी की चींख

सुबह 10:30 से 1:30 बजे तक केमेस्ट्री का एग्जाम चला। पिता सतीश सिंह ने बताया कि छुट्टी के समय में सेंटर के बाहर ही खड़ा था। तभी अचानक अंदर चींख पुकार मच गई। स्कूल कैंपस में अंदर मेरी बेटी फर्श पर गिरी पड़ी थी। उसकी नाक और हाथ से खून निकल रहा था। उन्होंने बताया कि स्कूल स्टाफ की मदद से अक्षिता को आनंदलोक हॉस्पिटल में ले गए। वहां डॉक्टर्स ने पहले जवाब दे दिया। फिर इलाज शुरू किया।

घरवाले भी नहीं बता पा रहे वजह

बेटी के घायल होने की सूचना पर हॉस्पिटल में अक्षिता की मां भी पहुंची। उन्होंने बताया कि उनकी दो बेटियां और एक बेटा है, जिसमें अक्षिता बड़ी है। बेटी की दशा देखकर वह बार-बार रो पड़ रही थीं। उन्होंने बताया कि बेटी का सारा पेपर बहुत अच्छा हुआ था। अचानक उसने सुसाइड का प्रयास क्यों किया, इससे घरवाले भी हैरान थे।

हाईस्कूल की टॉपर है अक्षिता

पिता सतीश सिंह ने बताया कि हाई स्कूल तक अक्षिता सुर्यकुंड स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ी है। 10वीं बोर्ड एग्जाम में अक्षिता को 98 परसेंट माक्र्र्स मिले थे। उसने स्कूल टॉप किया था।

कोचिंग के टेस्ट में मिले 96 परसेंट

पिता ने बताया कि अक्षिता फिजिक्स वाला कोचिंग क्लासेज ऑनलाइन अटेंड करती थी। एग्जाम से एक दिन पहले कोचिंग द्वारा केमेस्ट्री का सेंपल पेपर से टेस्ट लिया गया था। जिसमें अक्षिता को 96 परसेंट माक्र्स मिल रहे थे। सेंपल पेपर अच्छा होने के बाद बेहद खुश थी।

कॉपियां सहेज रहे थे टीचर

स्कूल में बोर्ड एग्जाम में लगे टीचर्स ने बताया कि जब यह हादसा हुआ, उस समय वह लोग कांपियां काउंट कर उसे बांध रहे थे। तभी अचानक शोर मचा। टीचर वहां गए तो कैंपस के अंदर फर्श पर छात्रा गिरी हुई दिखी। सीढिय़ों और सेकेंड फ्लोर पर छात्रा के खून के छिटे बिखरे हुए थे।

प्रिंसिपल ने शिफ्ट करने की दी सलाह

घटना की सूचना पर नीधि आइडियल स्कूल की प्रिंसिपल भी हॉस्पिटल में छात्रा को देखने पहुंची। वहां कुछ ही देर वह रुकीं और घर वालों को जल्द से जल्द बच्ची को दूसरी जगह शिफ्ट करने की सजेशन देकर वहां से निकल गईं।

उठ रहे हैं ऐसे सवाल

नीधि आइडियल में क्यों गई अक्षिता? सरस्वती विद्या मंदिर में हाईस्कूल तक पढऩे और अच्छे माक्र्स हासिल करने के बाद भी अक्षिता ने घर से दूर नीधि आइडियल स्कूल में एडमिशन कराया। यह सवाल अब उठ रहा है।

नॉन स्कूलिंग को मान रहे वजह

वर्तमान समय में नॉन स्कूलिंग का प्रचलन बड़ी तेजी से चला है। दसवीं के बाद अधिकतर बच्चे जेईई और नीट की तैयारी में लग जा रहे है। इसलिए वह ऐसा स्कूल चुनते हैं, जहां उन्हें रेग्युलर जाना न पड़े और वह कोचिंग में पढ़ाई करते रहें, इसको रोकने के लिए सरकार भी सख्त रवैया अपना रही है। नॉन स्कूलिंग वाले बच्चों पर पढ़ाई के साथ ही कॉम्प्टीशन का भी पे्रशर होता है। ऐसे बच्चों को सुसाइड केसेज हर जगह से आते रहते हैं, इसलिए अब सवाल उठ रहा है कि कहीं अक्षिता पर भी तो नहीं कोचिंग का प्रेशर था।

नीधि आइडिल में जेडी ने की थी जांच

सूत्रों की माने तो हाल ही में नॉन स्कूलिंग प्रथा रोकने के लिए गोरखपुर ज्वाइंट डायरेक्टर ने कई स्कूलों और कोंिचंगों की जांच की थी। फिजिक्स वाला कोचिंग में जब ज्वाइंट डायरेक्टर गए तो वहां पर अधिकतर इंटर के बच्चों ने नीधि आइडियल स्कूल में पढऩे की बात बताई। जिसके बाद वह नीधि आइडियल स्कूल में भी जांच कर रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे मुख्यालय भेजा गया था।

सीबीएसई बोर्ड स्कूल - 125

12 वीं का एग्जाम दे रहे स्टूडेंट - 12475

एग्जाम शुरू हुआ - 15 अप्रैल

12 वीं एग्जाम समाप्त होगा - अप्रैल

पुलिस ने कैमरे खंगाले

घटना की सूचना पर गोरखनाथ थाने की पुलिस स्कूल पहुंची। पुलिस ने स्कूल डायरेक्टर से बात की। साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले। इसके बाद पुलिस हॉस्पिटल पहुंंची। वहां छात्रा के पिता से बात की। थाना प्रभारी का कहना है कि इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है। छात्रा का इलाज चल रहा है।

फस्र्ट फ्लोर पर एग्जाम सेकेंड पर पहुंची छात्रा

जेपी एजुकेशन के डायरेक्टर सलील के श्रीवास्तव ने बताया कि इंटर की छात्रा फस्र्ट फ्लोर पर स्थित कमरे में एग्जाम दे रही थी। एग्जाम के बाद वह सेकेंड फ्लोर पर गई और वहां से छलांग लगा दी। पुलिस ने सभी जगहों की पड़ताल भी की है। मेरे टीचर्स बच्ची के परिजनों के साथ बने हुए हैं। बार-बार उसका हॉस्पिटल में जाकर हाल चाल भी ले रहे हैं।