गोरखपुर (ब्यूरो)। स्कूलों को भेजी गई नोटिस के अनुसार 55 दिन में बोर्ड एग्जाम संपन्न कराएगा। वहीं त्योहार और अन्य छुट्टियां निकाल दी जाएं तो बोर्ड एग्जाम में बैठने वाले स्टूडेंट की स्कूल में अब केवल 100 से 120 दिन की पढ़ाई और बची है। इसको देखते हुए स्टूडेंट भी अब गंभीर हो गए हैं। एग्जाम को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने स्टूडेंट से बात की। स्टूडेंट ने बताया कि अब वह किस तरह बोर्ड एग्जाम की प्रिपरेशन कर रहे हैं।

टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई

स्टूडेंट ने बताया कि हर साल एग्जाम फरवरी या मार्च में होते हैं, लेकिन एग्जाम की घोषणा लेट में होती थी। साल 2024 में 15 फरवरी से एग्जाम कराए जाने की घोषणा होने के बाद स्टूडेंट टाइम टेबल बना रहे हैं। स्टूडेंट का कहना है कि जो सब्जेक्ट उनका थोड़ा वीक है, उसपर वो अधिक समय दे रहे हैं। स्टूडेंट ने बताया कि उन्हें अच्छे माक्र्स हासिल करने हैं इसलिए रेग्युलर स्कूल भी अटेंड कर रहे हैं।

लिखने की प्रैक्टिस कर रहे स्टूडेंट

स्टूडेंट का कहना है कि जैसे-जैसे चैप्टर तैयार होता जाता है, उसका आंसर वे लिखकर देते हैं। ताकि उनकी लिखने की प्रैक्टिस भी बनी रहे। साथ ही क्लास में भी वे लेक्चर सुनकर उसे कॉपी में लिखते हैं। इसी तरह मेमोरी शॉर्प करने के लिए सुबह वॉक और व्यायाम कर रहे हैं।

हमारी एग्जाम की डेट समय से डिक्लेयर हो गई है। ऐसे में अब लगन और मेहनत से एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं। तय समय पर हमें नोट्स तैयार कर लेनी चाहिए। प्रिपरेशन में आराम रहेगा और रीविजन में भी प्रॉब्लम नहीं आएगी।

राजन सिंह, 12 क्लास

एग्जाम डेट आने के बाद अब स्कूल में परीक्षा की ही चर्चा हो रही है। हमने स्कूल के अलावा अपना घर पर एक टाइम सेट कर दिया है। उस समय में मैं एग्जाम की तैयारी कर रही हूं। डेट जल्द डिक्लेयर होने से तैयारी अच्छी होगी।

जोया इमान, 12 क्लास

एग्जाम में अच्छे नंबर लाने हैं तो समय की कीमत समझना होगा। बोर्ड ने समय से डेट डिक्लेयर अच्छी पहल की है। मैं घर पर पुराने पेपर का पैटर्न देख रही हूं, साथ ही एक टाइम टेबल सेट कर दिया है। जो सब्जेक्ट हार्ड लगता है, उसपर अधिक समय दे रही हूं।

पल्लवी सिंह, 10 क्लास

स्कूल रेग्युलर जाना है, सभी क्लासेज में टीचर्स के लेक्चर को अच्छे सुन रहा हूं। नोट्स तैयार कर रहा हूं। स्कूल में प्री-बोर्ड होता है। लेकिन मैं खुद से भी अपना एक-एक चैप्टर तैयार कर एग्जाम ले रहा हूं। अच्छे नंबर लाने हैं, इसलिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

शिवम विश्वकर्मा, 10 क्लास

बोर्ड एग्जाम में तीन घंटे का समय मिलता है। इसलिए टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दे रहा हूं। कम समय में अच्छे से क्वेश्चन का आंसर देने की प्रैक्टिस कर रहा हूं। अब त्योहारों वाला सीजन आ रहा है, लगातार स्कूलों में भी छुट्टिया होंगी। अभी मेहनत करने से एग्जाम के समय प्रेशर कम रहेगा।

नैतिक अग्रहरी, 10 क्लास