गोरखपुर (ब्यूरो)। पीडि़त युवती ने जब अपने बयान यह बताया कि उसके साथ छेड़छाड़ नहीं, बल्कि गैंगरेप हुआ है। तब जाकर पुलिस ने बयान के आधार पर गैंगरेप की धारा 376डी की बढ़ोतरी कर आवश्यक विधिक कार्रवाई कर रही है।

पैर का इलाज कराने आई थी युवती

एम्स थानाक्षेत्र के सोनबरसा बाजार में नहर पर कृष्णा मेडिकल केयर के नाम से अपना क्लिनिक चलाने वाले कृष्णानन्द विश्वकर्मा के यहां पिपराईच थानाक्षेत्र के एक गांव की युवती अपनी मां के साथ पैर में लगे चोट का इलाज कराने आई थी। कृष्णा विश्वकर्मा ने पैर के इलाज के लिए सोनबरसा में ही क्लिनिक चलाने वाले एम्स थानाक्षेत्र के विशुनपुर खुर्द निवासी कथित डॉक्टर नित्यानन्द यादव पुत्र सेतवान यादव को बुलाया। जहां इलाज के बाद युवती के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए युवती की मां ने हंगामा काटा और क्लिनिक पर तोडफ़ोड़ किया। युवती की मां ने एम्स थाना पुलिस को अपनी पुत्री के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए तहरीर दिया। एम्स पुलिस मुकदमा दर्ज कर विवेचना सोनबरसा चौकी प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह को सौंपा।

युवती के बयान पर बढ़ी धारा

विवेचक ने जब युवती का बयान लिया तो युवती ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए अपने बयान में बताया कि क्लिनिक में इलाज करने वाले और क्लिनिक संचालक ने उसके साथ बारी बारी से रेप किया। युवती के इस बयान के बाद एम्स पुलिस ने दर्ज किए गए 354 और 504 में गैंगरेप की धारा 376डी की बढ़ोतरी करते हुए अन्य आवश्यक कार्रवाई कर रही है।

युवती की मां ने अपनी आंखों से देखी थी घटना

सोनबरसा क्लिनिक पर इलाज के लिए आई युवती ने अपने बयान में अपने साथ गैंगरेप होने का बयान देकर अपने परिजनों की मंशा पर पानी फेर दिया है। बताया जाता है कि जिस समय युवती के साथ रेप हो रहा था उसी समय युवती की मां अंदर चली गयी और खुद अपनी आंखों से घटना को देख लिया और हंगामा किया। लेकिन कुछ लोगों के प्रभाव में आकर युवती की मां ने रेप की जगह छेड़छाड़ का आरोप लगाया और मामले को मैनेज करने वालों ने युवती की मां को कुछ धन भी दे दिया जो लाखों रुपए में थे। लेकिन विवेचक के सामने पीडि़ता फफक कर रो पड़ी और अपने साथ हुई घटना को अपने बयान में बयां कर दिया। युवती के खुलासे के बाद परिजनों के मैनेज किए गए मामले पर पानी फिर गया है।