गोरखपुर (ब्यूरो)। बाजार के जानकार सप्ताह भीतर भाव में उछाल की वजह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्याज दर घटने की आहट व वैश्विक स्तर पर राजनीतिक तनाव बता रहे हैं। सराफा कारोबारियों को उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों तक यह तेजी जारी रह सकती है। बाजार के विशेषज्ञ बताते हैं कि सोने में निवेश सबसे अच्छा विकल्प है। यही वजह है कि एक बार फिर सोने की कीमत तेजी से बढऩे लगी है।

आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा जून में ब्याज दरों में कटौती की अटकलों से सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। अमेरिका में औद्योगिक और निर्माण खर्च में कमी के संकेतों के साथ-साथ महंगाई के दबाव में कमी के कारण भी वृद्धि को बढ़ावा मिल रहा है। फिलहाल भाव में कमी के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। यदि भाव में गिरावट आती है तो उस दौरान दोनों की खरीदारी फायदेमंद साबित होगी।

मार्च के बाद अक्टूबर में 60 हजार से नीचे आया था सोने का भाव

मार्च 2023 में सोने का भाव 60 हजार से नीचे था। मई से एक बार फिर तेजी शुरू हुई। मई में 24 कैरेट के सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 63 हजार 600 रुपये पहुंच गया था। इसी के साथ चांदी की चमक भी बरकरार रही और भाव बढ़कर प्रति किग्रा 79 हजार के रिकार्ड स्तर पर जा पहुंचा था। इस दौरान खरीदारों को जेब ढीली करनी पड़ी थी। जून में पौने दो माह बाद सोने-चांदी में आश्चर्यजनक गिरावट दर्ज की गई थी। सोना चार हजार रुपये प्रति 10 ग्राम घट गया था तो वहीं चांदी में भी साढ़े सात हजार रुपये प्रति किग्रा की गिरावट आइ थी। दो अक्टूबर को एक बार खरीदारों को राहत मिली जब 24 कैरेट सोने का भाव प्रति दस ग्राम 59,150 पहुंच गया।

ऐसे घटते-बढ़ते रहे सोने-चांदी के भाव

माह सोना चांदी

अक्टूबर 59,150 73,000

नवंबर 64,710 79,380

दिसंबर 65,465 80,300

जनवरी 65,190 74,000

फरवरी 64,800 72,000

मार्च 67,100 76,000

नोट: सोने के भाव 24 कैरेट प्रति दस ग्राम और चांदी प्रति किग्रा जीएसटी सहित है।