गोरखपुर (ब्यूरो)। वहीं, आचार संहिता के उल्लंघन की कंप्लेन करने वालों के लिए निर्वाचन आयोग ने एक एप लॉन्च किया है। बता दें कि ज्यादातर कंप्लेन बैनर पोस्टर से जुड़ी हुई आ रही हैं।

अफसरों को सौंपी गई जिम्मेदारी

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम शुक्रवार दोपहर कलेक्ट्रेट स्थिति इलेक्शन कंट्रोल रूम पहुंची। अभी यहां हर टेबल पर क्षेत्र वार पोस्टर चस्पा करने ओर बैनर लगाने का कार्य चल रहा है। साथ ही स्क्रूटनिंग भी की जा रही है। शिकायत सेल का गठन हो चुका है। साथ ही अतिसंवेदनशील बूथों पर कितने सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, इसका भी खाका तैयार किया जा रहा है। वहीं सभी अफसरों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है।

सी-विजिल एप लॉन्च

इलेक्शन कंट्रोल रूम में तैनात एक कर्मी ने बताया कि आचार संहिता के उल्लंघन की कंप्लेन करने वालों की मदद के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से डेवलप की गई सी-विजिल एप पर शिकायत दर्ज की जा रही है। अभी तक कुल 76 कंप्लेन आ चुकी हैं। इसमें से 58 कंप्लेन फर्जी मिलीं और 18 सही पाई गई हैं। वे सभी कंप्लेन बैनर-पोस्टर आदि से जुड़ी हैं। उन्होंने आगे बताया कि कार्रवाई की समय-सीमा 30 से 25 मिनट की रही। निर्वाचन आयोग की तरफ से कार्रवाई की अंतिम समय सीमा 100 मिनट तय की गई है।

क्या है सी-विजिल एप?

सी-विजिल एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति आचार संहिता के उल्लंघन की कंप्लेन कर सकता है। इसके लिए उसे मौके का वीडियो या फोटो अपलोड करनी होगी। कंप्लेन होते ही इसकी सूचना कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगी। साथ ही शिकायत करने वाले की लोकेशन की भी जानकारी मिल जाएगी। यह एप आइओएस और एंड्रायड दोनों प्लेटफार्म पर फ्री उपलब्ध है। इसे आसानी से अपने मोबाइल एप पर भी इंस्टाल किया जा सकता है। इस एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति जनसामान्य, चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की कंप्लेन आडियो, वीडियो ओर फोटोग्राफ के जरिए दर्ज करा सकता है।

कंप्लेन करने के 100 मिनट पर निस्तारण

कंप्लेन करने पर 100 मिनट के अंदर उसका निस्तारण करने का प्रविधान है। समय सीमा को ध्यान में रखते हुए ही ऐसा सिस्टम डेवलप किया गया है कि जैसे ही कोई शिकायत करेगा, कंट्रोल के कम्प्यूटर पर बीप की आवाज भी आने लगेगी।