गोरखपुर (ब्यूरो)। यानी मोतीराम अड्डा उपकेंद्र क्षेत्र में यदि रात में बिजली खराब होती है तो उपभोक्ताओं को सुबह होने तक इंतजार करना पड़ता है। एक तरफ जिले को निर्बाध 24 घंटे बिजली देने के निर्देश हैं तो दूसरी तरफ जेई रङ्क्षवद्र कुमार का कहना है कि रात में बिजली ठीक कराने की कोई व्यवस्था नहीं है। सुबह ही देखा जा सकता है। उपभोक्ता की शिकायत पर डीएम कृष्ण करुणेश ने जांच के निर्देश दिए हैं। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के प्रबंध निदेशक शंभू कुमार ने भी मामले का संज्ञान लिया है।

कई दिनों से है बिजली की समस्या

मोतीराम अड्डा उपकेंद्र क्षेत्र में पिछले कई दिनों से बिजली की समस्या है। कई दिनों तक पूरी रात ही बिजली नहीं आती है। शिकायत करने के बाद भी कोई निस्तारण नहीं होता है। उपभोक्ताओं को बिजली सुधार कराने के लिए लाइनमैनों को सुविधा शुल्क भी देना पड़ता है। शनिवार दोपहर से बिजली न होने पर उपभोक्ताओं ने जेई के सीयूजी नंबर- 9453047525 पर फोन किया लेकिन काल नहीं रिसीव हुई। उपभोक्ताओं ने अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) सुनील कुमार के सीयूजी नंबर-9532451692 पर फोन किया तो उनके निर्देश पर लाइनमैन पहुंचे और शाम तकरीबन 6:30 बजे आपूर्ति बहाल करायी। इसके आधे घंटे बाद फिर बिजली आपूर्ति ठप हो गई। उपभोक्ताओं ने जेई को फोन करना शुरू किया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। रात में एक्सईएन ने भी फोन काल नहीं रिसीव की। उपभोक्ताओं ने बिजली निगम के हेल्पलाइन नंबर-1912 पर काल कर शिकायत दर्ज करायी लेकिन कुछ नहीं हुआ। रात तकरीबन 12 बजे जेई ने कई बार के बाद काल रिसीव किया, लेकिन रात में बिजली आपूर्ति बहाल करने में असमर्थता जता दी।

चीफ इंजीनियर ने बोला तब पहुंचे

रविवार सुबह 10 बजे तक आपूर्ति नहीं बहाल हुई तो उपभोक्ताओं ने चीफ इंजीनियर आशुतोष श्रीवास्तव को सूचना दी। इसके बाद आनन-फानन बिजलीकर्मी मौके पर पहुंचे और आपूर्ति बहाल करायी।

जिले में निर्बाध बिजली आपूर्ति के निर्देश हैं। जेई को रात में आपूर्ति शुरू करानी चाहिए थी। मौके पर एक्सईएन को भेजा गया था। जेई को आरोप पत्र दिया जा रहा है। उपभोक्ताओं से सही व्यवहार और बिजली व्यवस्था दुरुस्त रखना सभी की प्राथमिकता है।

आशुतोष श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता